विश्व क्रिकेट के कई दिग्गज सितारे जब शनिवार से शुरू हो रहे आईपीएल के ऑक्शन में उतरेंगे तो सबकी निगाहें इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स और भारत के स्पिन दिग्गज आर अश्विन पर होगी. दोनों ही खिलाड़ियों के ऊपर पैसों की बरसात हो सकती है.


ऑक्शन में कितने खिलाड़ी शामिल


इस साल कुल 578 खिलाड़ी नीलामी में हिस्सा लेंगे, जिसमें 361 भारतीय हैं. कैप्ड खिलाड़ियों की संख्या 244 है जिसमें भारत के 62 खिलाड़ी शामिल है. अनकैप्ड खिलाड़ियों की संख्या है 332 है जिसमें 34 खिलाड़ी विदेशी हैं. जबकि दो खिलाड़ी आईसीसी के एसोशिएट देश से भी इस ऑक्शन में आए हैं.


पहले दिन का ऑक्शन


ऑक्शन में शामिल सभी खिलाड़ियों को कई ग्रुप में बांटा गया है. भारत और विश्व के 16 मार्की खिलाड़ियों के साथ ऑक्शन की शुरुआत होगी. इन खिलाड़ियों को 8 खिलाड़ियों के दो ग्रुप में बांटा गया है.


सबसे पहले जिस ग्रुप को ऑक्शन में लाया जाएगा उसमें अश्विन, क्रिस गेल, कायरोन पोलार्ड, मिचेल स्टार्क और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. वहीं दूसरे ग्रुप में ड्वेन ब्रावो, शाकिब अल हसन, ग्लेन मैक्सवेल,जोए रूट,युवराज सिंह और केन विलियमसन शामिल हैं.


मार्की खिलाड़ियों के बाद कैप्ड और अनकैप्ड खिलाड़ी ऑक्शन के जाएंगे. उन्हें बल्लेबाज, ऑलराउंडर,विकेटकीपर फास्ट बॉलर और स्पिन गेंदबाज के सेट में उतारा जाएगा.


किन खिलाड़ियों पर होंगी निगाहे


पिछले सीजन में रिकॉर्ड 14 करोड़ 50 लाख रुपये में बिकने वाले स्टोक्स के लिए एक बार फिर फ्रेंचाइजियों को अपने पॉकेट हल्के करने पड़ सकते हैं. खेल के छोटे फॉर्मेट में अश्विन और अजिंक्य रहाणे भले ही टीम से बाहर हों लेकिन इसके बावजूद फ्रेंचाइजियों के बीच इन्हें अपने साथ जोड़े रखने की होड़ मच सकती है.


बल्लेबाजी, ऑफ स्पिन और विकेटकीपिंग की क्षमता के कारण केदार जाधव को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर की टीम एक बार फिर खरीदना चाहेगी.


कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे कलाई के स्पिनरों की भी भारी मांग रहने की उम्मीद है. टी20 में सफल रहे लोकेश राहुल, मनीष पांडे और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों पर भी नजरें रहेंगी.


टी20 में अच्छे कलाई के स्पिनरों की मांग को देखते हुए अफगानिस्तान के राशिद खान को एक बार फिर अच्छी रकम मिल सकती है.


अश्विन के लिए खर्च करने होंगे पैसे


महेंद्र सिंह धोनी ने हाल में कहा था कि चेन्नई सुपरकिंग्स लोकल प्लेयर अश्विन को खरीदने की कोशिश करेगा लेकिन देखना यह होगा कि कितने पैसे फ्रेंचाइजी खर्च कर पाती है. क्योंकि तीन भारती कैप्ड प्लेयर रिटेन करने के बाद अब मुंबई और चेन्नई जैसी टीम भारतीय कैप्ट प्लेयर  के लिए राईट उनके लिए राइट टू मैच कार्ड नहीं चल सकेंगे.


किस प्लेयर पर सीएसके की नजर


सीएसके की नजर ऑस्ट्रेलिया के बायें हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को खरीदने की कोशिश कर सकती है क्योंकि धोनी इससे पहले डग बोलिंगर और आशीष नेहरा जैसे गेंदबाजों को टीम में जगह देते रहे हैं. जो बाएं हाथ के गेंदबाज रहे हैं. अगर आरसीबी की टीम स्टार्क के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करती है जो सीएसके जयदेव उनादकट को खरीद सकती है जिन्होंने पिछले सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. सीएसके की टीम हालांकि ड्वेन ब्रावो के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकती है जो टीम में धोनी के भरोसेमंद रहे हैं.


दिल्ली लौटेंगे गंभीर ?


दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम अश्विन और गौतम गंभीर को अपने साथ जोड़ना चाहेगी. गंभीर को अगर टीम खरीदती है तो उन्हें कप्तान बनाया जा सकता है. केकेआर की टीम के पास गंभीर को रिटेन करने का विकल्प हो सकता है लेकिन टीम ऐसा चाहती तो उन्हें शुरू में ही नीलामी के लिए रिलीज नहीं करती. शाहरूख खान के सह स्वामित्व वाली टीम क्रिस लिन के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकती है जिन्होंने टीम के लिए प्रभावी प्रदर्शन किया है.


राजस्थान के पास ज्यादा मौका


राजस्थान रॉयल्स ने सिर्फ स्टीव स्मिथ को रिटेन किया है और उनके पास नीलामी के लिए सबसे अधिक राशि बची है. टीम वेस्टइंडीज के एविन लुईस जैसे आक्रामक बल्लेबाज को खरीदने की कोशिश कर सकती है जिन्होंने भारत के खिलाफ दो टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़े हैं. इसी तरह टी20 में हाल में अच्छे प्रदर्शन के बाद कोलिन मुनरो पर भी भारी भरकम बोली लग सकती है.


मुंबई में लौटेंगे पोलार्ड


हाल में 400वां टी20 मैच खेलने वाले कीरोन पोलार्ड के मुंबई इंडियन्स से ही जुड़े रहने की उम्मीद है क्योंकि इस आक्रामक बल्लेबाज के लिए टीम के राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करना लगभग तय मारा जा रहा है. तीन बार की चैंपियन मुंबई ने हरभजन को रिटेन नहीं किया ऐसे में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम हरभजन सिंह को अपने साथ जोड़ सकती है क्योंकि इस ऑर्मेट में अब भी उनका प्रदर्शन प्रभावी है और उन्हें टीम की कप्तानी सौंपने का विकल्प भी मौजूद रहेगा.


प्रत्येक फ्रेंचाइजी को न्यूनतम 18 सदस्यीय टीम में कम से कम 10 भारतीय खिलाड़ियों की जरूरत होगी और ऐसे में कृणाल पंड्या, बासिल थंपी, आवेश खान, दीपक हुड्डा को अच्छी खासी राशि मिलने की उम्मीद है.


भारत के अंडर 19 खिलाड़ियों विशेषकर कमलेश नागरकोटी को लेकर काफी रोमांच है जो न्यूजीलैंड में चल रहे अंडर 19 विश्व कप में नियमित तौर पर 140 किमी प्रतिघंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं.


नागरकोटी के साथी तेज गेंदबाज शिवम मावी और कप्तान पृथ्वी शॉ पर भी अच्छी बोली लगने की उम्मीद है. पंजाब के अंडर 19 क्रिकेटर शुभम गिल और अभिषेक शर्मा पर भी फ्रेंचाइजियों की नजरें होंगी.


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों में वेस्टइंडीज में जन्में जोफ्रा आर्चर पर नजरें होंगी जिन्होंने बिग बैश लीग में शानदार प्रदर्शन किया.