मुंबई: दर्शकों की संख्या में इजाफे और टूर्नामेंट में ज्यादातर समय विवाद से दूर रहने के कारण इंडियन प्रीमियर लीग का ब्रांड मूल्य 10वें टूर्नामेंट के बाद बढ़कर पांच अरब 30 करोड़ डॉलर हो गया है. ग्लोबल वैलुएशन एंड कारपोरेट फाइनेंस एडवाइजर डफ एंड फेल्प्स ने यह आकलन किया है.



डफ एंड फेल्प्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिजनेस के तौर पर आईपीएल की कुल कीमत पिछले साल के चार अरब 20 करोड़ डॉलर की तुलना में बढ़कर पांच अरब 30 करोड़ डॉलर हो गई है, जिसमें तीन साल का 13.9 प्रतिशत सीएजीआर भी शामिल है.



डफ एंड फेल्प्स इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर वरूण गुप्ता ने कहा, ‘‘इस आईपीएल सीजन ने सभी सही कारणों से सुर्खियां बटोरी. टूर्नामेंट काफी हद तक विवादों से दूर रहा. सोशल मीडिया से जुड़ाव में इजाफा हुआ, रणनीतिक और बेहद सफल मार्केटिंग फैसले हुए, मैदान पर प्रदर्शन में सुधार हुआ. इन सभी वजहों से दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग के रूप में आईपीएल की स्थिति मजबूत हुई.’’



इस बीच आईपीएल 2017 का खिताब जीतने वाली मुकेश अंबानी की टीम ‘मुंबई इंडियन्स’ 10 करोड़ 60 लाख डॉलर की ब्रांड कीमत के साथ शीर्ष पर है. कोलकाता नाइट राइडर्स नौ करोड़ 90 लाख डॉलर के साथ दूसरे, जबकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आठ करोड़ 80 लाख डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है.