मुंबई: इस साल चोट से परेशान रहने वाल रोहित शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें सीजन में दो बार की विजेता मुंबई इंडियंस की कप्तानी करने के लिए तैयार हैं. जांघ में चोट से ठीक होने के बाद उन्हें घुटने में मामूली चोट लग गई थी. लेकिन वह अब पूरी तरह से ठीक हैं और वापसी के लिए तैयार हैं. रोहित को जब न्यूजीलैंड के खिलाफ चोट लगी थी तब वह काफी डर गए थे.
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने रोहित के हवाले से लिखा है, "ईमानदारी से कहूं तो मैं काफी डर गया था. यह मुझे पहले कभी नहीं हुआ था. रन लेते समय मैंने जोर की आवाज सुनी. जब तक एमआरआई नहीं हुआ तब तक मैं डर गया था. मैं नहीं जानता था कि क्या हो सकता है."
रोहित ने कहा, "हमने काफी डॉक्टरों से बात की और भारतीय टीम के फिजियोथेरेपिस्ट से भी सलाह ली. सभी ने मुझे विश्वास दिलाया की यह बड़ी चोट नहीं है. यह छोटी सी चोट है. एक खिलाड़ी के तौर पर आपको काफी मजबूत होना पड़ता है. मैं इससे काफी आराम से बाहर आ गया."
रोहित ने कहा कि चोटिल हो कर टीम को होटल के कमरे से खेलते देखना मुश्किल होता था. उन्होंने कहा, "होटल के कमरे मैं बैठ कर टीम को खेलते देखना मेरे लिए मुश्किल था. यह हमेशा से मुश्किल होता है, लेकिन आपको ऐसे हालात से बाहर निकलना होता है. मैं पहले भी इस स्थिति से गुजरा हूं."
रोहित ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के साथ अपने स्वास्थ लाभ की प्रक्रिया पूरी की. उन्होंने चोट से वापसी करने के लिए एनसीए के स्टाफ का भी धन्यवाद दिया.
रोहित ने कहा, "चोट से वापसी का श्रेय एनसीए के स्टाफ को भी जाता है जिन्होंने मेरे साथ मेहनत की. जब आप चोटिल हो जाते हैं तो आप मसल खो देते हैं और यह आपकी कमजोर कर देता है. इसलिए मेरे लिए जो बड़ी चुनौती थी वह मसल वापस लाने की और मजबूत होने की थी. मैंने कई चीजों पर ध्यान दिया और इसलिए मैं खेलने के लिए तैयार हूं."