कोलकाता: दो बार के चैम्पियन टीम कोलकाता नाइट राइडर्स का अगला सामना इंडियन प्रीमियर लीग के अगले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब से साथ होगा. पंजाब ने लगातार दो मैचों में जीत दर्ज कर सीजन-10 का शानदार आगाज किया है.



 



गौतम गंभीर की अगुवाई वाले केकेआर ने 2012 और 2014 में खिताब जीता था. पंजाब के खिलाफ उसका जीत हार का रिकॉर्ड 13-6 का है लेकिन क्रिस लिन के घायल होने से अभी हालात बदले हुए नजर आ रहे हैं.



 



ऑस्ट्रेलिया के लिन ने पहले ही मैच में गुजरात लायंस के खिलाफ 41 गेंद में नाबाद 93 रन बनाये थे. उन्होंने गौतम गंभीर के साथ 184 रन की साझेदारी भी की थी जिसकी मदद से केकेआर ने दस विकेट से पहला मैच जीता.



 



लिन को मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान बायें कंधे में चोट लगी जिसमें केकेआर को चार विकेट से पराजय झेलनी पड़ी. लिन ने इसी कंधे का 2014 में आपरेशन कराया था लेकिन इसमें दर्द फिर उभर गया है. उनका कल खेलना तय नहीं है हालांकि भारत के स्टार तेज गेंदबाज उमेश यादव की वापसी से गेंदबाजी मजबूत हुई है.



 



यादव कूल्हे में सूजन के कारण पहले दो मैच नहीं खेले थे. घरेलू सत्र में उन्होंने 13 में से 12 टेस्ट खेले थे. स्पिनरों की मददगार पिचों पर उन्होंने भारत को महत्वपूर्ण विकेट दिये और आर अश्विन तथा रविंद्र जडेजा के बाद सत्र में सर्वाधिक विकेट अपने नाम किये.



 



 



यादव टीम में अंकित राजपूत की जगह लेंगे जिन्होंने मुंबई के खिलाफ 19वें ओवर में 19 रन दिये. लिन के नहीं खेलने पर गंभीर बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को ट्रेंस बोल्ट या क्रिस वोक्स की जगह शामिल कर सकते हैं. ऐसे में राबिन उथप्पा से पारी का आगाज कराना होगा हालांकि उनका लंबा खराब फॉर्म चिंता का सबब बना हुआ है.



 



फोकस मनीष पांडे जैसे घरेलू क्रिकेटरों पर होगा जिसने मुंबई के खिलाफ 47 गेंद में 81 रन बनाये थे.



 



दूसरी ओर 2014 में फाइनल तक पहुंची पंजाब के पास वीरेंद्र सहवाग जैसा मेंटर है जिसके मार्गदर्शन में टीम ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलूरू को हराया. सहवाग ने कई साहसिक फैसले भी लिये जिनमें से एक ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपना भी था. रांची में भारत के खिलाफ पहला टेस्ट शतक लगाने वाले मैक्सवेल को ईयोन मोर्गन और डेरेन सैमी पर तरजीह दी गई.



 



मैक्सवेल ने पहले मैच में नाबाद 44 रन बनाये और अगले मैच में 22 गेंद में 43 रन बनाकर नाबाद रहे. सहवाग ने आखिरी मौके पर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को टीम में शामिल किया जो पहले केकेआर में थे.