नई दिल्ली: सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में जगह नहीं मिलने के बाद इरफान पठान ने बड़ौदा टीम छोड़ने का मन बना लिया है. पठान ने बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन से टीम छोड़ने को लेकर एनओसी मांगा है.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ने पठान ने बीसीए से टीम छोड़ने की अपनी इच्छा जाहीर की है और एक ई-मेल के जरिए एनओसी मांगा है. पठान ने ई-मेल में लिखा, 'मैंने मौजूदा परिस्थितियों को देख कर टीम छोड़ने का यह फैसला लिया है. मैं दूसरी टीम के साथ जुड़कर अपने करियर को और बेहतर कर सकता हूं. करियर के इस पड़ाव में, मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ अपने अनुभव और स्किल्स का फायदा उठाना चाहता हूं.'


पठान ने कहा, 'बीसीए ने मुझे 17 साल टीम की ओर से खेलने का मौका दिया है इसके लिए मैं उनका सदैव आभारी रहुंगा. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि बड़ौदा के साथ यह 17 साल मेरे करियर के सबसे यादगार लम्हो में से एक है'.


आपको बता दें कि पठान पिछले कुछ समय से अपनी फिटनेस और खराब फॉर्म से जूझ रहे है. इस वजह से बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने टीम के प्रर्दशन को ध्यान में रखते हुए पठान को सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में मौका नहीं दिया. पठान बड़ौदा की ओर से बातौर कप्तान टीम में शामिल थे लेकिन अब उनकी जगह दीपक हुडा को कप्तानी सौंपी गई है.


करियर के शुरुआत में पठान ने अपनी धारदार गेंदबाजी और स्विंग से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया लेकिन धीरे-धीरे उनकी गेंदाबाजी कमजोर पड़ती चली गई. यही वजह है कि साल 2003 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले पठान का क्रिकेटिंग करियर अब अधर में लग रहा है.


आईपीएल से पहले पठान के पास अच्छा मौका था कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उम्दा प्रर्दशन कर टीम मालिकों का ध्यान अपनी ओर खीचें लेकिन इरफान को यह मौका नहीं मिल पाया.


इरफान लंबे समय से नेशनल टीम से भी बाहर चल रहे हैं. टेस्ट फॉर्मेट में भारत के लिए इरफान आखिरी बार साल 2008 में मैदान में उतरे थे जबकि इरफान ने आखिरी वनडे मैच साल 2012 में खेला था. पिछले साल आईपीएल में भी इरफान कुछ खास नहीं कर पाए थे यहां तक कि उन्हें गुजरात लॉयंस ने आखिर में अपनी टीम में शामिल किया था.


एक समय इरफान को भारतीय टीम के उभरते हुए ऑलराउंडर के तौर पर देखा जाता था. इरफान ने ना सिर्फ अपनी गेंदबाजी से बल्कि बल्लेबाजी से भी सबको प्रभावित किया था लेकिन लगातार चोट और खराब फॉर्म की वजह वे भारतीय टीम से दूर होते चले गए.


टीम इंडिया के मौजूदा बेंच स्ट्रेंथ को देखें तो इरफान की वापसी बेहद ही मुश्किल लग रही है. भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, हार्दिक पांड्या और उमेश यादव जैसे गेंदबाज हैं जो अपनी गेंदबाजी के साथ फिटनेस में भी टीम मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खरे उतरते हैं.


इरफान पठान दुनिया के एकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पहले ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर तीन विकेट लेकर हैट्रिक लेने का कारनामा किया है. इरफान का यह रिकॉर्ड आज तक अटूट बना हुआ है.


इरफान ने टीम इंडिया के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 मैच खेले हैं. गेंदबाजी में इरफान ने टेस्ट क्रिकेट में 100, वनडे में 173 और टी-20 में 28 विकेट लिए जबकि बल्लेबाजी में इरफान ने टेस्ट में 1105 रन, वनडे में 1544 रन और टी-20 में 172 रन अपने नाम किया.


टेस्ट क्रिकेट में इरफान ने 1 शतक के साथ 6 अर्द्धशतक जमाए जबकि वनडे में उनके नाम 5 अर्द्धशतक है.