2019 का आईपीएल शुरू होने जा रहा है. अगले करीब पचास दिन उत्सव का माहौल होगा. पहले ही मैच में हाई वोल्टेज मुकाबला होना है. महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में मुकाबला होना है. चेन्नई की टीम मौजूदा चैंपियन भी है. अब तक चेन्नई की टीम 3 बार खिताब जीत चुकी है. चेन्नई की टीम में सबसे ज्यादा दिलचस्पी की वजह हैं उसके कप्तान.


बतौर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का करिश्माई करियर हर किसी को आकर्षित करता है. सचिन तेंडुलकर के बाद शायद वो हिंदुस्तान के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी होंगे. वो भारत को टी-20 विश्व कप, 2011 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन बना चुके हैं. धोनी के बारे में ये सारी बातें अब पुरानी हो चुकी हैं. अब तो हर किसी के जेहन में सिर्फ एक ही सवाल है कि क्या ये धोनी का आखिरी आईपीएल है? आईपीएल के बाद वर्ल्ड कप खेला जाना है.

हिंदुस्तान में शायद 100 में से 90 क्रिकेट फैंस मान रहे हैं कि विश्व कप के बाद धोनी क्रिकेट को अलविदा कहेंगे. विश्व कप के खत्म होते होते धोनी 38 साल के होने भी वाले होंगे. उनकी फिटनेस को लेकर किसी को कोई भ्रम नहीं है. लेकिन टेस्ट टीम से संन्यास और वनडे की कप्तानी छोड़ने के उनके दो फैसले ऐसे हैं जो उन्होंने अचानक लिए थे. हाल ही में उनका एक बेहद भावुक इंटरव्यू भी आया था. जिसे देखकर लगा कि धोनी शायद अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं.

हत्या से भी बड़ा अपराध है मैच फिक्सिंग

हाल ही में धोनी का एक बयान बहुत चर्चा में रहा. एक वेबसीरीज के लिए उन्होंने कहाकि जब 2015 में स्पॉट फिक्सिंग की वजह से उनकी टीम को बैन किया गया तो वो बड़ा मुश्किल वक्त था. उन्हें याद है कि स्पॉट फिक्सिंग में उनका नाम भी घसीटा गया था. टीम प्रिंसिपल गुरूनाथ मयप्पन पर आरोप साबित होने के बाद टीम पर दो साल का बैन लगाया गया था.

इसी बुरे घटनाक्रम को याद करते हुए धोनी ने कहाकि उनके लिए ‘मर्डर’ सबसे बड़ा अपराध नहीं है. बल्कि उससे कहीं बड़ा अपराध है मैच फिक्सिंग. उस वेबसीरीज में धोनी ने मुश्किल वक्त में हौसला देने वाली एक बड़ी बात कही. उन्होंने कहा था कि ‘व्हाट डस नॉट किल यू मेक्स यू स्ट्रॉंग’ यानि वो बात जो आपको खत्म ना कर दे वो आपको मजबूत बनाती है. इसमें कोई दोराय नहीं है कि वापसी के बाद धोनी के इरादे और मजबूत दिखाई दिए. पिछले साल उनकी टीम ने फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट के बड़े अंतर से हराकर खिताब जीता और धमाकेदार वापसी दर्ज की.

क्या फिर से दिखेगी पिछले साल वाली भूख

अपनी कप्तानी के अलावा धोनी बतौर बल्लेबाज भी आईपीएल के धाकड़ खिलाड़ियों में रहे हैं. अब तक खेले गए 175 मैचों में उनके पास 4016 रन हैं. उनकी स्ट्राइक रेट भी 140 के आस पास है. औसत के लिहाज से देखा जाए तो पिछले सीजन में उनका प्रदर्शन अब तक के आईपीएल इतिहास में सबसे बेहतरीन था. जो दिखाता था कि वो किन इरादों के साथ मैदान में उतरे थे.

पिछले साल के आईपीएल में धोनी ने 16 मैचों में 455 रन बनाए थे. उनका औसत करीब 76 का था. आईपीएल करियर में 79 रनों की बेस्ट और नॉट आउट पारी भी उन्होंने पिछले आईपीएल में ही खेली थी. पिछले आईपीएल में उन्होंने आईपीएल करियर के सबसे ज्यादा 30 छक्के लगाए थे. इससे पहले 2013 में धोनी ने 25 छक्के लगाए थे. विकेट के पीछे 2013 के 17 शिकार के बाद पिछली बार का उनका प्रदर्शन सेकेंड बेस्ट था. जब उन्होंने 14 खिलाड़ियों का शिकार किया था. ये आंकड़े सिर्फ इसलिए बता रहे थे जिससे ये बात समझी जा सके कि अगर ये सच है कि ये आईपीएल में धोनी का आखिरी सीजन है तो फिर इस तरह के धमाकेदार प्रदर्शन के लिए एक बार फिर तैयार रहिए.