कोरोना वायरस के कहर के बावजूद अब धीरे-धीरे कई देशों में खेलों को पटरी पर लाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. हालांकि कोरोना वायरस के समय में गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल को लेकर बहस छिड़ी हुई है. लेकिन टीम इंडिया के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने कहा है कि वह क्रिकेट की दोबारा वापसी के लिए नए नियम मानने को पूरी तरह से तैयार हैं.


ईशांत ने कहा, "हम जानते हैं कि क्रिकेट में कुछ बदलावों को लेकर चर्चा चल रही है, लेकिन मुझे लगता है कि क्रिकेटर नए नियमों के आदि हो जाएंगे, चाहे वो जो भी हों. अगर सलाइवा का उपयोग बंद होता है तो आप अपनी इच्छा के अनुसार गेंद चमका नहीं पाओगे, लेकिन इसका कोई विकल्प नहीं है आपको इसका आदि होना होगा."


उन्होंने कहा, ''लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं इन सब चीजों के बारे में ज्यादा सोच नहीं रहा. मुझे लगता है कि वर्तमान में रहना जरूरी है बजाए ज्यादा दूर की सोचने." ईशांत ने माना कि वह लॉकडाउन के शुरू में काफी परेशान थे, लेकिन अनुशासन में रहने के लिए उन्होंने अपना कार्यक्रम बदल लिया.


31 साल के इस खिलाड़ी ने कहा, "मैं सुबह पांच बजे उठता हूं और रनिंग सेशन करता हूं और फिर फिट रहने के लिए वर्कआउट करता हूं. मुझे लगता है कि अगर आपको शीर्ष स्तर पर खेलना है तो अनुशासन में रहना ज्यादा जरूरी है."


ईशांत ने साथ ही दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग को अपना सर्वश्रेष्ठ कोच बताया है. 12 साल के अपने करियर में ईशांत पोंटिंग के खिलाफ भी खेले हैं और कई बार उनका विकेट भी लिया है. कैपिटल्स में उन्हें पोंटिंग के मार्गदर्शन में खेलने का मौका मिला.


दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, "मैं जितने भी कोच से मिला हूं पोंटिंग उसमें सर्वश्रेष्ठ हैं. मैं जब पिछले साल आईपीएल में वापसी कर रहा था तो कापी नर्वस था. मैं ऐसा महसूस कर रहा था कि मैं पहली बार खेलने जा रहा हूं, लेकिन उन्होंने मुझे पहले दिन से काफी आत्मविश्वास दिया."


ईशांत ने बताया, ''पोंटिंग ने मुझसे कहा कि तुम सीनियर खिलाड़ी हो और तुम्हें युवा खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए. किसी बारे में चिंता मत करो, तुम मेरी पहली पसंद हो." बता दें कि कोरोना वायरस का कहर नहीं देखने को मिलता तो इस वक्त ईशांत शर्मा दिल्ली कैपिटल्स के लिए आईपीएल खेल रहे होते.


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