कोलकाता: बेंगलोरू टीम को 82 रन से करारी शिकस्त और उन्हें आईपीएल में सबसे कम स्कोर पर ऑल-आउट करने का श्रेय गंभीर ने अपन गेंदबाज़ों को दिया. वहीं विराट कोहली टीम के ऐसे खराब प्रदर्शन से बेहद निराश नज़र आए. 



रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली हार से काफी निराश थे क्योंकि उनकी टीम आईपीएल इतिहास में अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमट गयी. टीम 9.4 ओवर में 49 रन में सिमट गयी.



उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सबसे खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन. इससे सचमुच दुख होता है. हमें लगा था कि हम इस लक्ष्य का पीछा कर लेंगे. लेकिन हमारी बल्लेबाजी बदतर रही. मैं इस समय और कुछ नहीं कह सकता. यह बहुत बुरा था. यह स्वीकार्य नहीं है. ’’ 



वहीं गंभीर केकेआर के गेंदबाज़ों के प्रदर्शन से बेहद खुश नज़र आए. उन्होंने अपनी टीम के गेंदबाज़ी अटैक की जमकर तारीफ भी की.



गंभीर ने मैच के बाद कहा, ‘‘इस जीत का श्रेय गेंदबाजी आक्रमण को जाता है विशेषकर नाथन कूल्टर नील और उमेश यादव की तेज गेंदबाजी को. ’’ 



उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादा टीमों के पास हमारे जैसा तेज गेंदबाजी आक्रमण नहीं है, हमारे पास तीन गेंदबाज ऐसे हैं जो 140 से उपर गेंदबाजी कर सकते हैं.’’ 



गंभीर ने कहा, ‘‘हमारी योजना कारगर रही. गेंदबाजी विभाग काफी पेशेवर रहा, मैंने गेंदबाजी आक्रमण में आज जितना शानदार प्रदर्शन नहीं देखा. गेंदबाजों के लिये योजना यही थी कि रफ्तार का इस्तेमाल करके दुनिया को अपनी काबिलियत दिखा दो.’’ 



उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि उनकी बल्लेबाजी इतनी अच्छी नहीं रही और उन्हें 170 रन का स्कोर बनाना चाहिए था. 



उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बल्लेबाजी इतनी अच्छी नहीं रही. हमें बल्लेबाजी पर काम करना होगा. अगर हमें टूर्नामेंट जीतना है तो आपको सभी विभागों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए.’’ 



गंभीर ने कहा, ‘‘काफी प्रतिद्वंद्वी टीमों को लगता है कि हम लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम है. इसलिये आज पहले बल्लेबाजी करके जीतना अच्छा है, इससे मनोबल में काफी बढ़ोतरी होगी. ’’मैन आफ द मैच नाथन कूल्टर नाइल ने कहा, ‘‘जब आप 130 रन के लक्ष्य का बचाव कर रहे तो आपको आक्रामक होना ही होता है. मुझे लग रहा था कि आज हम ऐसा कर पायेंगे. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इतनी गेंदबाजी नहीं कर रहा था, इसलिये मैं उत्साह से भरा था. मैं नो बॉल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा था. हमारे पास कुछ विश्व स्तरीय स्पिनर हैं जिन्हें आज एक भी गेंद फेंकने का मौका नहीं मिला. पिच हमारे मुफीद थी. ’’