इंडिया टुडे ने गांगुली के हवाले से बताया, "नियुक्ति से मैं खुश हूं क्योंकि यह वह समय है जब बीसीसीआई की छवि खराब हुई है और यह मेरे लिए कुछ करने का अच्छा मौका है. आप चाहे निर्विरोध चुने गए हों या नहीं, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि यह क्रिकेट की दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है. क्रिकेट के क्षेत्र में भारत एक शक्तिशाली देश है और यह एक बड़ी चुनौती होगी."
इसके अलावा पूर्व भारतीय बल्लेबाज बृजेश पटेल आईपीएल के अगले चेयरमैन होंगे. इस पद का प्रस्ताव पहले गांगुली को दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह पद संभालने से मना कर दिया.
47 वर्षीय गांगुली का कार्यकाल एक साल से भी कम समय के लिए ही होगा क्योंकि नए नियमों के मुताबिक, अगले साल जुलाई के बाद वह 'कूलिंग ऑफ पीरियड' में चले जाएंगे. वह फिलहाल बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के पद पर काम कर रहे हैं.
बीसीसीआई के नए नियमों के अनुसार, एक प्रशासक लगातार केवल छह साल तक ही अपनी सेवाएं दे सकता है.
गांगुली ने कहा, "यह नियम है, इसलिए हमें इसका पालन करना होगा. मेरी पहली प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों पर ध्यान देने की होगी. क्रिकेटरों के वित्तीय हित का ध्यान रखने के लिए रणजी ट्रॉफी क्रिकेट पर भी ध्यान दिया जाएगा."