चार टेस्ट के इंतजार के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में मैदान पर उतरे रविन्द्र जडेजा ने अपने ऑलराउंड खेल से सबका दिल जीत लिया. आर अश्विन की जगह टीम में शामिल किए गए जडेजा ने तीसरे दिन 86 रनों की नाबाद अर्द्धशतकीय पारी खेल टीम को गहरे संकट से बाहर निकाला.
एक समय भारतीय टीम बड़े अंतर से पिछड़ती दिख रही थी लेकिन जडेजा एक छोर संभाले रखा और करियर की सबसे बड़ी पारी खेल अंतर को महज 40 रनों तक ला दिया. तीसरे दिन लंच के बाद भारत की पारी 292 रन पर खत्म हुई. कल के नाबाद 8 रनों से पारी शुरू करने वाले जडेजा ने पहले ही मैच में अर्द्धशतकीय पारी खेलने वाले हनुमा विहारी(56) के साथ सातवें विकेट के लिए 77 रनों की साझेदारी जबकि आखिरी विकेट के लिए जसप्रीत बुमराह के साथ 32 रनों की साझेदारी कर टीम को मैच में बनाए रखा.
अपनी पारी के दौरान जडेजा ने इंग्लैंड के हर गेंदबाज की खबर ली. जेम्स एंडरसन की गेंद पर तो उन्होंने स्ट्रेट में छक्का लगाकर उन्होंने पुराने विवाद का बदला भी ले लिया. 155 गेंद की अपनी पारी में जडेजा ने 11 चौके और एक छक्का लगाया. यूं तो जडेजा की पूरी पारी ही बेहतरीन रही लेकिन मोईन अली की गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेज कर अर्द्धशतक लगाना बेहद खास रहा. जडेजा ने अपने चिर परिचित अंदाज में बल्ले से तलवारबाजी की लेकिन इस बार उससे पहले उन्होंने बल्ले को ऐसे साफ किया जैसे तलवार पर धूल जमी हो.
जडेजा ने पहले अपने बल्ले को साफ किया और फिर तलवारबाजी कर ड्रेसिंग रूम की और इशारा किया कि उनका खेल अभी बाकि है. बुमराह आखिर रन आउट होकर पवेलियन लौटे. इससे पहले जडेजा ने गेंदबाजी के दौरान सबसे अधिक चार विकेट लिए थे.