BGT 2024: विराट कोहली नहीं, इस भारतीय प्लेयर से खौफ खा रहा ऑस्ट्रेलिया; पहले भी कर चुका है कंगारुओं की सिट्टी-पिट्टी गुम
Border Gavaskar Trophy 2024: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत 22 नवंबर से होगी. उससे पहले ही एक भारतीय प्लेयर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में खौफ पैदा कर दिया है.
India vs Australia Border Gavaskar Trophy 2025: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 को लेकर दो भारतीय खिलाड़ियों पर खूब चर्चा हो रही है. एक तरफ विराट कोहली हैं, जिनसे क्रिकेट जगत उम्मीद लगाए बैठा है कि वो पिछली बार की तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की फिर से जमकर धुनाई करने वाले हैं. वहीं गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह पर भी सबकी नजरें होंगी, जो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024) के इतिहास में अब तक 7 मैचों में 32 विकेट ले चुके हैं. 22 नवंबर को पर्थ टेस्ट के शुरू होने से पूर्व बुमराह ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में छाए हुए हैं.
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में जसप्रीत बुमराह को ऐसे गेंदबाज के रूप में पेश किया जा रहा है, जिसने 1970 के दशक के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम में खौफ पैदा कर दिया है. 1970 के दशक में वेस्टइंडीज के गेंदबाज अच्छे-अच्छे बैटिंग लाइन-अप को धराशाई कर दिया करते थे. एक पॉडकास्ट पर चर्चा के दौरान ट्रेविस हेड से पूछा गया कि बुमराह का सामना करते हुए उन्हें कैसा महसूस हुआ, तो हेड ने कहा कि बुमराह की गेंदों को खेल पाना लगभग असंभव होता है.
तुरुप का इक्का हैं जसप्रीत बुमराह
ट्रेविस हेड ने बताया कि फॉर्मेट कोई भी हो, जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के लिए तुरुप के इक्के के समान हैं. उन्होंने कहा, "आपको लगता है कि आप एक कदम आगे का सोच रहे हैं, लेकिन हमेशा ऐसा लगता है कि बुमराह आपसे बेहतर हैं. खेल का कोई भी प्रारूप हो, बुमराह अविश्वसनीय हैं. बुमराह टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का हैं और विकेट लेने की बात आए तो कप्तान उन्हीं का रुख करता है और सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अधिकांश मौकों पर उन्होंने टीम को विकेट लेकर भी दिए हैं. बड़े मौकों पर आपको बड़े खिलाड़ियों की जरूरत होती है, मुझे लगता है कि बुमराह भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं."
क्यों जसप्रीत बुमराह खास हैं?
जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी में सटीकता है, वो जहां चाहते हैं वहां टप्पा डाल सकते हैं. फिर चाहे बात बाउंसर गेंद की हो रही हो या यॉर्कर की. इसके अलावा 140 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद को दोनों तरफ स्विंग करवाने की क्षमता भी उनकी बड़ी ताकतों में से एक है. मौजूदा खिलाड़ियों की बात करें तो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में बुमराह सबसे बढ़िया गेंदबाजी औसत से बॉलिंग करते हैं. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आंकड़े इस बात का सबूत हैं कि वो हर 22 रन के भीतर एक विकेट चटका लेते हैं.
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