भारत-श्रीलंका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट से पहले स्पिनर कुलदीप यादव को टीम इंडिया की स्क्वाड से बाहर कर दिया गया था. उनकी जगह अक्षर पटेल को टीम में लिया गया था. हैरत की बात यह थी कि कुलदीप को बिना पहला टेस्ट खिलाए ही टीम से बाहर कर दिया गया था. टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर अब जसप्रीत बुमराह ने सफाई दी है.


दूसरे टेस्ट से एक दिन पहले हुई वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एक पत्रकार ने बुमराह से कुलदीप यादव को बाहर करने से जुड़ा सवाल पूछा तो टीम के इस नए उप कप्तान ने कहा, 'कुलदीप यादव काफी लंबे समय से बायो-बबल का हिस्सा थे. इसी वजह से उन्हें रिलीज करना पड़ा. बायो बबल में लगातार बने रहना आसान नहीं होता है. खिलाड़ियों की मानसिक हालत इससे प्रभावित होती है. इसलिए इस पहलू को ध्यान में रखते हुए कुलदीप को रिलीज किया गया.'


कुलदीप यादव ने अब तक अपने करियर में सात टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें उन्होंने 23.84 की औसत से 26 विकेट चटकाए हैं. कुलदीप ने अपना आखिरी टेस्ट फरवरी 2021 में खेला था, तभी से वह टीम इंडिया की टेस्ट प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना पाए हैं. हालांकि वनडे और टी-20 मैचों में वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं. हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें वनडे मैचों में और श्रीलंका के खिलाफ टी-20 मुकाबलों में मौका मिला था.


दूसरे टेस्ट से पहले हुए टीम से बाहर
बेंगलुरु में होने वाले डे-नाइट टेस्ट से पहले चयनकर्ताओं ने कुलदीप यादव को बाहर बैठाकर अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया था. सिलेक्टर्स के इस फैसले के पीछे तर्क दिया गया था कि कुलदीप को अक्षर के रिप्लेसमेंट के तौर पर ही शामिल किया गया था, अब जब अक्षर पूरी तरह फिट हैं तो इसलिए कुलदीप को बाहर कर उन्हें टीम में शामिल किया गया है.


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