टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) पीठ में दर्द की समस्या के चलते टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गए हैं. बुमराह का टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होना टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ा झटका है. हालांकि बुमराह के बाहर होने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल इस बात को लेकर है कि क्या जसप्रीत बुमराह को टीम में वापस लाने के मामले में बीसीसीआई ने जल्दबाजी की है.


दरअसल, जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड दौरे के दौरान चोटिल हो गए थे. इस चोट के चलते बुमराह एशिया कप का हिस्सा नहीं बन पाए. इस दौरान हालांकि बुमराह नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपनी फिटनेस में काम कर रहे थे. टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के मद्देनज़र जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में वापस बुलाया गया.


हालांकि जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं बने. बुमराह ने दूसरे और तीसरे टी20 मुकाबले में हिस्सा लिया था. लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले से भी बुमराह बाहर हो गए. बीसीसीआई ने बुमराह की फिटनेस पर अपडेट जारी करते हुए बताया था कि पीठ के दर्द की वजह से बुमराह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टी20 मुकाबला नहीं खेल पाए.


वापसी करने में लग सकता है 6 महीने का समय


ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि अगर जसप्रीत बुमराह पूरी तरह से फिट नहीं हो पाए थे तो उन्हें टीम में वापस क्यों लिया गया. बीसीसीआई अगर टीम में वापस बुलाने की वजह से बुमराह को अपने फिटनेस पर काम करने के लिए 20 दिन का वक्त और देती तो क्या है उनके लिए और टीम इंडिया के लिए बेहतर नहीं रहता. लेकिन बीसीसीआई की जल्दबाजी के चलते बुमराह अब टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो चुके हैं.


बुमराह के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. 2019 में भी बुमराह पीठ के दर्द की वजह से टीम के बाहर हो गए थे. तब भी बुमराह को टीम में वापसी करने के लिए लंबा वक्त लगा था. अब भी ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि बुमराह को टीम में वापसी करने में करीब 6 महीने का वक्त लग सकता है.


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