Jay Shah on Day-Night Pink-Ball Tests: डे-नाइट यानी पिंक-बॉल टेस्ट की जब शुरुआत हुई थी, तब देश-दुनिया में काफी उत्साह देखने को मिला था. भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में खेला था. इस मैच ने भारतीय क्रिकेट फैंस में पिंक-बॉल डे-नाइट टेस्ट मैचों को लेकर उत्साह भी जगाया था, लेकिन तब से लेकर अब तक भारत में केवल तीन डे-नाइट टेस्ट ही खेले गए हैं और बीसीसीआई ने उनमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई है.


दुनिया भर में डे-नाइट टेस्ट मैचों को लेकर काफी उत्साह है, लेकिन भारत में पिछले दो सालों से ऐसा कोई मैच नहीं खेला गया है. इसके बावजूद भारतीय टीम इस साल के आखिर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पिंक-बॉल टेस्ट खेलने की तैयारी कर रही है.


जय शाह ने बताई इसके पीछे की वजह
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस पर खुलकर अपनी राय रखी. शाह ने कहा कि भारत में खेले जाने वाले ज्यादातर डे-नाइट टेस्ट मैच 2-3 दिन में ही खत्म हो जाते हैं, जिससे पांच दिवसीय टेस्ट का रोमांच और प्रतिस्पर्धा कम हो जाती है. यही वजह है कि बीसीसीआई ने ऐसे मैचों को ज़्यादा महत्व नहीं दिया है.


जय शाह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "आप पांच दिवसीय मैच देखने के लिए टिकट खरीदते हैं, लेकिन मैच 2-3 दिन में खत्म हो जाता है... और टिकटों पर कोई रिफंड नहीं मिलता. मैं इसे लेकर थोड़ा भावुक हूं."


भारतीय क्रिकेट टीम का पिंक-बॉल टेस्ट में प्रदर्शन
भारत का पहला पिंक-बॉल टेस्ट मैच तीन दिन के भीतर समाप्त हो गया, जिसमें उसने बांग्लादेश को एक पारी और 46 रन से हराया था. लगभग एक साल बाद, भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ एक और दिन-रात का टेस्ट मैच आयोजित किया, जो सिर्फ दो दिनों में समाप्त हो गया, जिसने दुनिया भर में चर्चा का विषय बना दिया. मैच में असामान्य रूप से कम स्कोर देखा गया, जिसमें भारत का पहली पारी का स्कोर 145 रन था, और भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट से हरा दिया था.


यह भी पढ़ें:
Cricket at LA Olympics 2028: 124 साल बाद ओलंपिक में होगी क्रिकेट की वापसी, भारत को लॉस एंजेलिस में गोल्ड की उम्मीद