Joe Root On Captaincy: इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज़ जो रूट ने लंबे वक्त के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने पर चुप्पी तोड़ी है. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज़ सीरीज़ में बुरी तरह हार के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद जो रूट ने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था.
इसके बाद बेन स्टोक्स को इंग्लैंड की टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई. ब्रेंडन मैकुलम के कोच और बेन स्टोक्स के कप्तान बनते ही इंग्लैंड टेस्ट टीम की काया पलट गई. इस टीम ने पिछले सात में से छह टेस्ट जीते हैं. इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज जो रूट ने कहा कि उनके नेतृत्व में पिछले दो साल से टीम का प्रदर्शन निराशाजनक था और अब टीम में टेस्ट क्रिकेट के पुनरुत्थान का वह पूरी तरह से आनंद ले रहे हैं.
जो रूट ने उम्मीद जताई कि टीम यहां से और मजबूत होती चली जाएगी. रूट के हिसाब से इंग्लैंड को कई टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा, जिसमें सबसे खराब एशेज 4-0 की हार और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1-0 की सीरीज हार थी.
अपनी कप्तानी की आलोचना के बाद जो रूट ने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ दी और तब से नए कप्तान बेन स्टोक्स और मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व में इंग्लैंड की टीम ने 2004 के बाद पहली बार सात में से छह टेस्ट जीते हैं.
रूट ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, "अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मेरे खेलने के बाद से मैंने इस साल का उतना लुत्फ उठाया है." उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि हम यहां से मजबूती से आगे बढ़ सकते हैं और एक टीम के रूप में जीतना जारी रख सकते हैं, लेकिन हमने इस साल कुछ चीजें की हैं जो कई टेस्ट टीमें हासिल नहीं कर पाई हैं. मुझे लगता है कि अब हमारे लिए चुनौती है कि हम आगे बढ़ते रहें."
रूट ने कहा कि उन्होंने कप्तान के रूप में अपनी भूमिका के साथ अच्छा महसूस नहीं किया था और अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था.
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