IND Vs ENG: भारत के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के स्टार खिलाड़ी जो रूट ने आखिरकार बुरी फॉर्म से छुटकारा पा लिया है. जो रूट ने रांची टेस्ट की पहली पारी में इस सीरीज में पहली बार 50 का आंकड़ा पार किया. हालांकि फॉर्म में वापसी करने के लिए जो रूट ने बैजबॉल की कुर्बानी दी है. लेकिन मुश्किल हालात के बीच जो रूट ने इंग्लैंड की पारी को संभाला है और वह खबर लिखे जाने तक मजबूती के साथ क्रीज पर डटे हुए हैं.
इंग्लैंड के सबसे कामयाब बल्लेबाज जो रूट को फॉर्म में वापसी करने के लिए बैजबॉल को छोड़ना पड़ा. इस सीरीज की 7वीं पारी में पहली बार जो रूट ने फिफ्टी लगाई है. इस मैच से पहले तक रूट ने सीरीज में 12 के औसत से रन बनाए और उनका उच्च स्कोर महज 29 रन था. खबर लिखे जाने तक जो रूट ने 146 गेंद में 62 रन बनाए हैं. जो रूट की पारी में 6 चौके शामिल हैं और वह सिर्फ 42 के स्ट्राइक रेट से ही बल्लेबाजी कर रहे हैं.
इंग्लैंड के सामने करो या मरो की स्थिति
डीविलयर्स ने भी जो रूट की पारी को सराहा है. डीविलियर्स का मानना है कि जो रूट जिस तरीके से खेल रहे हैं टेस्ट मैच जीतने के लिए वही कारगर है. डीविलियर्स ने कहा, ''यह जो रूट आपके सामने हैं. जो रूट का तरीका ही आपको टेस्ट में जीत दिलाता है. बाकी लोगों को बैजबॉल खेलने दीजिए. हालांकि भारत की शुरुआत अच्छी रही है. लेकिन इंग्लैंड ने भी जोरदार वापसी की है. यह एक अच्छे की ओर मैच आगे बढ़ रहा है.''
बता दें कि इंग्लैंड ने रांची टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन डेब्यू कर रहे आकाशदीप ने इंग्लैंड का यह फैसला गलत साबित कर दिया. इंग्लैंड ने 112 के स्कोर पर ही 5 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद रूट ने फोक्स के साथ मिलकर इंग्लैंड की पारी को संभाला. इंग्लैंड के लिए इस सीरीज में करो या मरो की स्थिति है. इंग्लैंड ने सीरीज का पहला मुकाबला तो जीत लिया था. लेकिन इंग्लैंड ने दूसरा और तीसरा टेस्ट गंवा दिया है. फिलहाल इंग्लैंड 5 मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है.