8 साल पहले जोफ्रा आर्चर ने रूस के लिए कही थी एक बात, ट्वीट हो रहा वायरल, ऐसी है पूरी कहानी
जोफ्रा आर्चर ने 8 साल पहले रूस के लिए एक ट्वीट किया था. सोशल मीडिया पर यूजर्स अब इस ट्वीट को कुछ अलग अंदाज में पेश कर रहे हैं.
इंग्लैंड के क्रिकेटर जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) अपनी तेज गेंदबाजी के अलावा एक और खासियत के लिए फेमस हैं. यह खासियत है उनके भविष्यवक्ता होने की. सालों पहले कही गई आर्चर की कुछ बातें बाद में सही साबित हुईं. हालांकि कई बार ऐसा भी हुआ है जब उन्होंने किसी और संदर्भ में बात की लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उस बात को किसी और संदर्भ के साथ जोड़ कर उन्हें सटिक भविष्यवक्ता की उपाधि दे डाली. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है.
दरअसल, 8 साल पहले जोफ्रा आर्चर ने रूस के लिए एक ट्वीट किया था. इस ट्वीट में उन्होंने 'Come On Russia' लिखा था. अब यह ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर यूजर्स इस ट्वीट को रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukrain War) से जोड़कर पेश कर रहे हैं. यूजर्स कह रहे हैं कि आर्चर ने 8 साल पहले ही इस युद्ध की भविष्यवाणी कर दी थी. लेकिन दरअसल जोफ्रा का यह ट्वीट किसी और संदर्भ में था.
Jofra has always been ahead of the curve 😳
— Aaisha 🦋 (@AaishaFootball) February 21, 2022
Dude!!!! You knew this one too🙄😬 pic.twitter.com/PoekZaWych
— Panthera pardus (@healed_warrior) August 11, 2020
जोफ्रा ने क्यों किया था यह ट्वीट
जोफ्रा ने यह ट्वीट रूस की फुटबॉल टीम के लिए किया था. 22 जून 2014 को फीफा वर्ल्ड कप में रूस का मुकाबला बेल्जियम से चल रहा था. इस मैच में दिग्गज बेल्जियम के खिलाफ रूस की फुटबॉल टीम ने अच्छी चुनौती पेश की थी. इस मैच में जोफ्रा रूस की टीम को सपोर्ट कर रहे थे और इसीलिए उन्होंने 'Come on Russia' लिखा था. हालांकि यह मैच रूस हार गया था. बेल्जियम ने उसे 1-0 से मात दी थी. इस मैच में हार के बाद रूस का अगला मैच ड्रॉ रहा था और वह ग्रुप-एच में तीसरे स्थान पर रहकर राउंड ऑफ-16 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया था.
Come on russia!
— Jofra Archer (@JofraArcher) June 22, 2014
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा है भयानक युद्ध
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया था. रूस की सेना ने जल, थल और वायू मार्ग से यूक्रेन पर हमला बोल दिया है. यूक्रेन के प्रमुख शहरों से हजारों की संख्या में लोग पलायन कर चुके हैं, वहीं दर्जनों आम नागरिकों की मौत भी हो चुकी है. रूसी सेना से लड़ने के लिए यहां सरकार ने आम लोगों के हाथों में भी बंदूकें थमा दी हैं.
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