इंग्लैंड क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने टूर्नामेंट के बाद एक झकझोर देने वाला खुलासा किया है. जिस समय जोफ्रा इंग्लैंड के लिए क्रिकेट के मैदान पर गेंदबाजी कर रहे थे उस दौरान वह एक ऐसे दर्द से गुजर रहे थे जिसे सिर्फ वही महसूस कर सकते थे.


फाइनल मुकाबले के सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को मात देने के बाद इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि विश्व कप के ओपनिंग मैच से ठीक एक दिन पहले उनके कजन की बारबाडोस में हत्या कर दी गई थी. इस खबर को सुनकर वह अंदर से टूट गए थे लेकिन उन्होंने फैसला किया कि वह बिना किसी को यह बताए विश्व कप में खेलना जारी रखेंगे.

भाई की मौत का दर्द लिए जोफ्रा ने पूरे टूर्नामेंट में इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक 20 विकेट लिए. आर्चर ने विश्व कप से ठीक पहले इंग्लैंड क्रिकेट टीम में अपना डेब्यू किया था.

जोफ्रा आर्चर के पिता फ्रैंक आर्चर ने कहा कि जोफ्रा अपने कजन एशांटियो ब्लैकमैन के काफी करीब थे और दोनों में खूब बनती थी. विश्व कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओपनिंग मैच से ठीक पहले एशांटियो ने जोफ्रा को मैसेज भी किया था.

रिपोर्ट के मुताबिक 24 साल के एशांटियो 31 मई को अपने घर के बाहर एक सफेद कार में खुन से लथपथ मृत पाए गए थे.

आर्चर के पिता फ्रैंक ने विश्व कप के फाइनल मैच के दिन अपने बेटे को चीयर करने भी लॉर्ड के मैदान पर नहीं पहुंच सके थे. हालांकी उनकी मां जुली वेट और सौतेले पिता प्रैट्रिक लॉर्ड्स के मैदान पर मौजूद थे.

आपको बता दें कि बचपन में ही आर्चर के पहले पिता और उनकी मां एक-दूसरे अलग हो गए थे. आर्चर की मां आर्चर को पिता के पास नहीं रहने दिया था. ऐसे में आर्चर बचपन में ही अपने मामा के पास इंग्लैंड आ गए थे. हालांकि उनको इंग्लैंड की नागरिकता उनके सौतेले पिता की ओर से मिला है.