नई दिल्ली: इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने इंग्लिश डोमेस्टिक सीजन 2018 के बाद क्रिकेट को पूरी तरह अलविदा कहने का फैसला किया है. ट्रॉट 2002 से वारविकशायर के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं. 17 साल के करियर के दौरान ट्रॉट वारविकशायर के लिए सभी फॉर्मेट में 395 मैच खेल चुके हैं.


2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद ट्रॉट सिर्फ वारविकशायर के लिए खेल रहे थे. पिछले सीजन में ट्रॉट ने 8वीं बार 1000 रन बनाए थे. क्रिकेट को पूरी तरह से अलविदा कहने पर ट्रॉट ने कहा, 'मुझे अपने करियर के दौरान खेलते हुए काफी मजा आया. जो भी सपोर्ट मुझे वारविकशायर और इंग्लैंड के लिए खेलने पर मिला उसका मैं शुक्रगुजार हूं.'


वारविकशायर के लिए खेलते हुए ट्रॉट ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 44 शतक लगाए. साल 2015 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में ट्रॉट ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया था.


इंग्लैंड के लिए 52 टेस्ट खेलते हुए ट्रॉट ने 9 शतक और 44.08 के अवरेज से 3.835 रन बनाए. वहीं वनडे क्रिकेट में ट्रॉट ने 68 मैचों में 4 शतकों और 51.25 के शानदार अवरेज के साथ 2819 रन बनाए.


ट्रॉट ने 2009 एशेज में डेब्यू करते हुए शतक जमाया था. साल 2011 में ट्रॉट ने टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान भी हासिल किया. ट्रॉट को इंग्लैंड के फैंस 2010/11 की एशेज में शानदार बल्लेबाजी करने के लिए याद रखेंगे. इस सीरीज में ट्रॉट ने 89 के अवरेज से 445 रन बनाए थे.