नई दिल्ली/सिडनी: आस्ट्रेलिया के नये कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि आस्ट्रेलियाई टीम ने केपटाउन में गेंद से छेड़छाड़ की घटना से पहले ‘बिगड़ैल बच्चों’ जैसा व्यवहार किया और स्टीव स्मिथ इस स्थिति से निबटने के लिये दमदार कप्तान साबित नहीं हुए.
स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरन बैनक्राफ्ट तीनों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करने में भूमिका होने के कारण प्रतिबंधित किया गया है.
लैंगर ने ब्रिटिश स्काई टीवी से कहा,‘‘एक समय विरोधी टीमें हमें इसलिए पसंद नहीं करती थी क्योंकि हम वास्तव में बहुत अच्छी और कड़ी क्रिकेट खेलते थे. हम कुशल थे और हमने कई मैच जीते.’’
उन्होंने कहा , ‘‘अगर आपका प्रतिद्वंद्वी अच्छा है तो विरोधी टीम आपको पसंद नहीं करेगी लेकिन पिछले 12 महीनों के दौरान काफी कुछ गलत हुआ और खिलाड़ियों ने बिगड़ैल बच्चों की तरह व्यवहार किया.’’
लैंगर ने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ विवाद से वह सकते में पड़ गये थे. उनसे पूछा गया कि पिछली टीमों और स्मिथ की टीम में क्या अंतर था तो उन्होंने कप्तानी पर उंगली उठायी.
उन्होंने कहा , ‘‘मुझे लगता है कि स्टीव स्मिथ अपनी नेतृत्वक्षमता में पर्याप्त दमदार नहीं थे. लेकिन वह क्रिकेट को दिलोजान से चाहता है, कड़ी मेहनत करता है और बहुत अच्छा इंसान है. इसमें कोई संदेह नहीं.’’
टीम के नए कोच जस्टिन लैंगर के इस बयान से स्टीव स्मिथ के लिए टीम में वापसी की राह आसान नहीं है. लगभग एक साल बाद स्मिथ को नेशनल टीम में वापसी करनी है. लेकिन अब कोच के इस सख्त रवैये से लगता है कि स्मिथ को बहुत मुश्किल कसौटी पर खरा उतरना होगा. तब ही टीम में वापसी की उम्मीदें बन सकती है.
क्योंकि जस्टिन लैंगर के हाथ में अब अगले साल होने वाले विश्वकप से पहले एक साल का समय भी नहीं बचा है. ऐसे में अगले विश्वकप में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रदर्शन कैसा होगा ये अगले एक साल में साफ हो जाएगा और अगर लैंगर के नेतृत्व में खेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम इस दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करती है तो फिर स्मिथ के लिए वापसी के दरवाज़े बंद हो सकते हैं.