उन्होंने कहा, "एक प्रशंसक के तौर परमैं उन्हें टी-20 विश्व कप में खेलते हुए देखना चाहूंगा. लेकिन एक क्रिकेटर के तौर पर यह प्रबंधन पर निर्भर है. उन्होंने अगर एक साल से नहीं खेला है तो आप क्या उम्मीद कर सकते हो. मुझे लगता है कि उन्हें ज्यादा मैच खेलने चाहिए."
1983 में भारत को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले कपिल ने कहा, "टीम में आने के लिए धोनी को ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए नहीं तो यह बाकी खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी होगी. ऐसा नहीं होना चाहिए कि अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग पैमाने हों."
धोनी ने बीते साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार पिच पर कदम रखा था. वह तब से टीम से आराम के नाम पर बाहर हैं. धोनी हालांकि अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीजन में अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते नजर आएंगे और इसी पर टीम में आने का उनका भविष्य टिका हुआ है.
कपिल ने कहा, "सिर्फ धोनी ही आईपीएल नहीं खेल रहे हैं. मैं वो इंसान हूं जो देखता है कि नई पीढ़ी के युवा खिलाड़ी कौन हैं जो अगले 10 साल तक खेल सकते हैं. धोनी ने पहले ही इस देश के लिए काफी कुछ किया है. वह अपने करियर के अंतिम चरण पर है. इसलिए वो जितना भी खेलें हमें खुश होना चाहिए."