Kashmir Premier League: पाकिस्तान के घरेलू टी20 टूर्नामेंट कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) को एक बड़ा झटका लगा है. इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने इस लीग से अपना नाम वापस ले लिया है. पीसीबी 6 अगस्त से पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में केपीएल टूर्नामेंट आयोजित करने जा रहा है. बीसीसीआई ने आईसीसी को पत्र लिखकर इस टूर्नामेंट पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. हालांकि पनेसर ने साफ किया है की केपीएल से नाम वापिस लेने को लेकर उन पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई की ओर से कोई दबाव नहीं बनाया गया है और ये उनका निजी फैसला है. 



मोंटी पनेसर ने एक ट्वीट में अपने इस निर्णय की जानकारी देते हुए लिखा, "कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के चलते मैंने केपीएल में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. मैं इन सब में पड़कर बेवजह खुद असहज नहीं महसूस कराना चाहता."


भारत का वीजा ना मिलने से भविष्य पर पड़ सकता था असर 


हमने इस निर्णय का कारण बताते हुए पनेसर ने कहा कि, यदि वो केपीएल से नाम वापिस न नहीं लेते ऐसा हो सकता था कि उन्हें आगे भारत का वीजा नहीं मिलता. उन्होंने बताया कि इस से उनके कमेंटरी और कोचिंग करियर को नुकसान पहुंच सकता था. पनेसर ने कहा, "मेरे इस लीग में शामिल नहीं होने का कारण ये है कि मुझे ईसीबी और बीसीसीआई दोनों ने सलाह दी थी कि यदि मैं केपीएल में खेलता हूं तो मुझे भविष्य में भारत का वीजा मिलने में परेशानी आ सकती है. साथ ही भारत में क्रिकेट के क्षेत्र में मुझे भविष्य में किसी प्रकार के अवसर भी उपलब्ध ना होने की संभावना थी."


साथ ही उन्होंने कहा, "मैंने कमेंटरी में अभी अपने करियर की शुरुआत की है और भारत उन जगहों में से एक है जहां मैं काम करना चाहता हूं. यदि मैं केपीएल में खेलता तो मुझे भारत में भविष्य के एक शानदार अवसर से हाथ धोना पड़ता. हालांकि उन्होंने कहा कि ये एक खिलाड़ी के तौर पर मेरा निजी निर्णय है कि मुझे केपीएल में नहीं खेलना मेरे ऊपर ऐसा करने के लिए कोई दबाव नहीं डाला गया है."


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