उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए दो अलग-अलग घटनाओं से देश भर में आक्रोश का माहौल है. भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर भी इन दो घटनाओं से काफी बेचैन हैं और सिस्टम से दोषियों को पकड़ने की चुनौती दे रहे हैं.


आपको बता दें कि जम्मू के कठुआ जिले में रस्साना जंगलों से 17 जनवरी को एक आठ साल की बच्ची का शव बरामद हुआ था. बच्ची इससे एक सप्ताह पहले जंगल में घोड़ों को चराते हुए लापता हो गई थी. उसे एक मंदिर में कई दिन तक बंधक बनाकर रखा गया, उसे नशे में रखा गया, उसके साथ गैंग रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई.


वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के उन्नाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के विधायक और अन्य पर लड़की के साथ कथित रूप से गैंग रेप करने का आरोप है. अपने साथ हुए अपराध के मुद्दे को उठाने के लिए लड़की ने मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्महत्या तक की कोशिश की. उसके पिता को पुलिस ने उठा लिया. आरोप है कि उनकी बर्बर तरीके से पिटाई की गई और हिरासत में ही उनकी मौत हो गई.


सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहने वाले गंभीर ने इन घटनाओं को लेकर सीधे सिस्टम को निशाने पर लिया. गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्नाव और कठुआ की घटना भारत की चेतना के साथ रेप है. उन्होंने आगे लिखा कि भारत का सिस्टम काफी खराब हो गया है और हर गली में उसकी हत्या हो रही है. गंभीर ने सिस्टम को चुनौतियां देते हुए लिखा कि अगर हिम्मत है तो अराधियों को पकड़ कर दिखाइए.




गंभीर ने इसके फौरन बाद कठुआ में 8 साल की बच्ची का केस लड़ रही दीपिका सिंह राजावत के पक्ष में लिखते हुए लिखा कि उन वकीलों पर शर्म आ रहा है जो दीपिका का विरोध कर रहे हैं. सरकार और प्रशान पर सीधा हमला करते हुए गंभीर ने कहा - बेटी बचाओ से अब क्या अब हम बलात्कारी बचाओ हो गए हैं?