इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर से कमेंटेटर बने केविन पीटरसन नई पारी खेलने को तैयार हैं. केविन पीटरसन ने खुलासा किया है कि वह इंग्लैंड की युवा बल्लेबाजी टीम की मदद करना चाहते हैं, क्योंकि इसका उद्देश्य टीम को पटरी पर लाना है, जिसने उन्हें पिछले 18 मैचों में से सिर्फ दो टेस्ट जीते हैं. हालांकि, सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, क्योंकि नए कप्तान बेन स्टोक्स और मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व में टीम ने हाल ही में लॉर्डस में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट जीत लिया है.
104 टेस्ट में 8,000 रन बनाने वाले 41 वर्षीय पीटरसन ने कहा कि इंग्लैंड को सिर्फ एक नहीं बल्कि कुछ कोचों की जरूरत है. पीटरसन ने कहा, "मैं इंग्लैंड के इस नए युवा बल्लेबाजी टीम की मदद करना चाहता हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि इंग्लैंड को कुछ ऐसे कोचों की जरूरत है, जो अपने पद के जाने से डरेंगे नहीं. एलिस्टेयर कुक, जो रूट, ग्राहम गूच, एलेक स्टीवर्ट और डेविड गॉवर के साथ इंग्लैंड के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक को मिरर डॉट को डॉट यूके के हवाले से कहते देखा गया.
पीटरसन ने अपने देश के लिए काफी टी20 क्रिकेट भी खेला है और आईपीएल समेत कई टी20 लीग का हिस्सा रहे हैं. लेकिन टेस्ट में 47.28 का औसत रखने वाले क्रिकेटर ने 2018 में संन्यास लेने के बाद से कोई औपचारिक कोचिंग की नौकरी नहीं की है.
पीटरसन के लिए आसान नहीं राह
क्रिकेटर ने कहा कि वह खिलाड़ियों को सकारात्मक मानसिकता देना चाहते हैं और उन्हें हर तरह से मदद करना चाहते हैं. पीटरसन ने यह भी कहा कि स्टोक्स को कप्तान और न्यूजीलैंड के मैकुलम को टेस्ट कोच नियुक्त करना इंग्लैंड के लिए अच्छी बात हैं.
हालांकि पीटरसन के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ दोबारा जुड़ने की राह आसान नहीं रहने वाली है. पीटरसन बतौर क्रिकेटर अपने करियर के दौरान विवादों में रहे हैं और इसी के चलते उनका करियर भी जल्द ही समाप्त हो गया था.