इंडियन प्रीमियर लीग के पहले आठ सत्र में चेन्नई सुपरकिंग्स की कमान संभालने के बाद आईपीएल के नौवें सत्र में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की कप्तानी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि भावनात्मक रूप से सीएसके को भुलाना आसान नहीं होगा लेकिन पेशेवर रूप से वह अपनी नयी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को तैयार हैं.
आईपीएल के 2013 सत्र में सट्टेबाजी से जुड़े आरोप लगने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स को दो साल के लिए निलंबित किया गया जिसके बाद अगले दो सत्र में दो नयी टीम राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और गुजरात लायन्स चुनौती पेश करेंगी.
भारत की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान धोनी से जब चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़ाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘आठ साल किसी टीम के साथ खेलने के बाद अगर मैं यह कहूंगा कि मेरा उनसे कोई लेना देना नहीं है तो यह गलत होगा. यह आसान नहीं है मगर भावनात्मक जुड़ाव है लेकिन पेशेवर तौर पर मैं अगले दो साल पुणे की टीम के साथ हूं. मैं मैदान पर शत प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा और टीम के मालिक ने जो विश्वास जताया है हम अपने प्रदर्शन से उसे सही साबित करने की कोशिश करेंगे.’’
धोनी ने यहां टीम के मालिक संजीव गोयनका के साथ आधिकारिक टीम जर्सी लांच होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं पुणे टीम के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं. कुछ चिंताएं हैं लेकिन हमें आईपीएल के अगले सत्र में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. आईपीएल से पहले हमें एशिया कप और विश्व टी20 में खेलना है और उम्मीद करते हैं कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’’
चेन्नई सुपरकिंग्स के पुराने साथियों की कमी खलने पर धोनी ने कहा कि सीएसके शानदार टीम थी और उसके खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे.
धोनी ने कहा, ‘‘बेशक खिलाड़ियों की कमी खलेगी. हमने आठ साल में वह टीम बनाई थी जो शानदार थी. हमने हर साल एक या दो बदलाव किये लेकिन मुख्य खिलाड़ियों में कोई बदलाव नहीं हुआ. आप देख सकते हैं कि सीएसके खिलाड़ियों को कुल मिलाकर नीलामी में कितना अच्छा पैसा मिला. यह दर्शाता है कि टीम कितनी विशेष थी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह ब्लैक बोर्ड नहीं है कि आपने लिखा हुआ मिटाया और आगे बढ़ गए. मैं पुणे के लिए अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा. प्रतिबद्धता उसी तरह की होगी. मैं भारत के लिए खेलूं या राज्य की टीम के लिए या फ्रेंचाइजी के लिए 200 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं.’’
सीएसके के निलंबन के संदर्भ में धोनी ने कहा, ‘‘ये होता तो अच्छा होता इस बारे में मैं ज्यादा नहीं सोचता. मैं वर्तमान में जीता हूं. इसका क्या हल निकालना है और क्या नहीं होना चाहिए था यह सोचना मेरा काम नहीं है.’’
आईपीएल स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के संदर्भ में न्यायमूर्ति आरएम लोढा समिति द्वारा सुझाई गई प्रशासनिक सुधार की सिफारिशों के बारे में जब धोनी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘लोढा आयोग ने रिपोर्ट मुझे नहीं दी है. आप इस बारे में बीसीसीआई से पूछिये.’’
धोनी ने कहा कि आईपीएल के आगामी टूर्नामेंट में उनकी टीम को आकलन करने के लिए कुछ मैचों की जरूरत पड़ेगी जिसके बाद ही अंतिम एकादश के स्थायी खिलाड़ी तय किए जा सकेंगे. उन्होंने हालांकि कहा कि सीएसके के कोच रहे स्टीफन फ्लेमिंग के पुणे से कोच के रूप में जुड़ने से मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘फ्लेमिंग के होने से काम थोड़ा आसान हो जाएगा. वह सात साल तक सीएसके में मेरे साथ रहे. वह मेरी तरह की धर्य से काम करते हैं और पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. पुरानी छह टीमें स्थापित हैं और उन्होंने नीलामी में अपनी जरूरत के अनुसार कुछ खिलाड़ियों को खरीदा है लेकिन उनके मुख्य खिलाड़ी पहले से उनके साथ जुड़े हैं जिससे वे शुरूआत में बेहतर स्थिति में होंगी.’’
धोनी ने कहा ,‘‘दोनों नयी टीमों ने ड्राफ्ट में से पांच-पांच खिलाड़ियों को चुना. बाकी दो टीमों को अब अपने खिलाड़ियों के बीच सामंजस्य बैठाना होगा. कौन से खिलाड़ी कौन सी भूमिका निभाएंगे इसे देखना होगा. हो सकता है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे या तीसरे नंबर पर खेलने वाले को पांचवें नंबर पर खेलना पड़े. हमें कुछ मैचों के बाद इसका आकलन करना होगा और देखना होगा कि कि क्षेत्रों में समस्या है और उसके अनुसार बदलाव करना होगा.’’
टीम के मालिक गोयनका से जब विवाद के बावजूद आईपीएल से जुड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में इस टी20 लीग से जुड़ने को लेकर कोई आशंका नहीं थी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम नियमों का पालन करने में विश्वास रखते हैं और मेरा मानना है कि आईपीएल नियमों का पालन करता है. पुणे टीम खरीदते समय मुझे पूरा भरोसा था. ढाई महीने पहले मैं धोनी को जानता भी नहीं था लेकिन अब मुझे पता है कि वह कितना बेहतरीन इंसान है.’’
धोनी ने भी कहा कि आईपीएल में सब कुछ बुरा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘आप आईपीएल के दूसरे पक्ष को देखिये. यह युवाओं के लिए शानदार मंच हैं. वह अच्छा प्रदर्शन करके छाप छोड़ते हैं और फिर आप घरेलू क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर ध्यान रख सकते हैं. उन्हें 40 से 50 हजार दर्शकों की मौजूदगी में खेलने का मौका मिलता है जिससे उन्हें दबाव में खेलने का अनुभव होता है.’’
आईपीएल की खिलाड़ियों की नीलामी से जुड़े सवालों के संदर्भ में भी धोनी ने खुलकर जवाब दिया.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता के कारण नीलामी के दौरान मौजूदा नहीं रहने पर धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम के अधिकारियांे के संपर्क में था और अपनी जरूरतें बताई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए भारत मेरे लिए प्राथमिकता होता है और मैं फ्रेंचाइजी के बारे में नहीं सोचता.’’
पिछले दो सत्र में सीएसके की ओर से खेलने वाले पवन नेगी के 8 . 5 करोड़ रूपये में बिकने के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा, ‘‘यह हैरानी भरा नहीं है. हमने खुद उसके लिए साढ़े सात करोड़ रूपये की बोली लगाई थी. आपको अपनी जरूरत और बजट को ध्यान में रखते हुए बोली लगानी होती है और अंत में हम पिछड़ गए.’’
एम अश्विन जैसे नये खिलाड़ी को अच्छी खासी रकम देकर टीम में चुनने पर धोनी ने कहा, ‘‘वह लेग स्पिनर है और हमें लेग स्पिनर की जरूरत है. वह सीएसके के नेट्स पर हमें गेंदबाजी करता था और अच्छा गेंदबाज है.’’
आईपीएल नीलामी में खिलाड़ियों को भारी भरकम राशि मिलने पर धोनी ने कहा, ‘‘काफी खिलाड़ियों को अच्छा पैसा मिल रहा है लेकिन फिर भी हजारों, लाखों खिलाड़ी ऐसे हैं जो काफी पैसा नहीं कमा पा रहे. जिन भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों को अच्छे पैसे मिल रहे हैं उनके लिए मुझे खुशी है क्योंकि अधिकांश खिलाड़ियों के पास मुख्य रूप से कमाने के लिए पांच-छह साल ही होते हैं.’’
केविन पीटरसन इस बाद पुणे की टीम का हिस्सा होंगे और धोनी ने कहा कि इंग्लैंड के इस पूर्व बल्लेबाज का अनुभव टीम के क काफी काम आएगा.
भारतीय टी20 टीम की अंतिम एकादश में कम ही जगह बना पाने वाले अजिंक्य रहाणे इस बार पुणे की टीम का हिस्सा होंगे और धोनी ने उनके संदर्भ में कहा, ‘‘शिखर धवन और रोहित शर्मा के शीर्ष क्रम में शानदार फार्म के कारण अन्य बल्लेबाजों के लिए मौके सीमित हो जाते हैं लेकिन अगर आप आईपीएल में देखो तो रहाणे पिछले कुछ सत्र में शीर्ष दो या तीन भारतीय खिलाड़ियों में शामिल रहा है.’’ पुणे की टीम ने इस बीच रिषिकेश कानितकर को सहायक कोच के रूप में टीम से जोड़ा है.