नई दिल्ली/मोहाली: कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की शानदार 79 रनों पारी के बावजूद चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग 11वें जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाई. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपने तीसरे मैच में सीएसके की टीम चार रनों से हार गई.


पंजाब ने चेन्नई को अपने घर में इस सीजन में हार का पहला स्वाद चखाया. इससे पहले चेन्नई ने अब तक अपने दोनों मैच जीते थे.


लेकिन बीती रात जिस भी क्रिकेट फैन ने सीएसके और किंग्स इलेवन पंजाब का मुकाबला देखा वो एक बार फिर से धोनी का कायल हो गया. जी हां, कल रात भले ही चेन्नई की टीम को हार मिली हो लेकिन धोनी ने जिस अंदाज़ में पारी खेली उसने लाखों क्रिकेट फैंस की उनके प्रति दीवानगी को एक बार फिर से ज़िंदा कर दिया.


धोनी जब मैदान पर बल्लेबाज़ी करने आए तो टीम ने 3 विकेट गंवाकर 56 रन बनाए थे. उस दौरान सीएसके की हालत बेहद खराब थी और उन्हें जीत के लिए लगभग 13 ओवरों में 140 रनों की दरकार थी. यहां से मैच सीएसके के पारे से निकलता जा रहा था. लेकिन धोनी ने पहले धीमी रफ्तार में अपनी पारी की शुरूआत की और टीम के स्कोर को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया.


यहां कप्तान धोनी ने अंबाती के साथ 57 रनों की शानदार अर्द्धशतकीय साझेदारी कर टीम को 100 के आंकड़े के पार पहुंचाया. दोनो ने अच्छी लय हासिल कर ली थी, लेकिन यहां अश्विन एक बार फिर चेन्नई की परेशानी बनकर खड़े हो गए.


अश्विन ने 113 के कुलयोग पर अंबाती को रन आउट कर पवेलियन भेज दिया. वह अपना अर्द्धशतक पूरा करने से केवल एक रन दूर रह गए. उन्होंने 35 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया. 







एक बार फिर चेन्नई पर दबाव बन गया. उसे जीत के लिए अब भी 85 रनों की जरूरत थी और टीम के पास केवल 36 गेंदें बाकी थी.


अंबाती के पवेलियन लौटने के बाद रवींद्र जडेजा (19) धोनी के साथ पिच पर टीम की पारी को आगे बढ़ाने उतरे. जडेजा अपने बल्ले से रन नहीं निकाल पा रहे थे और ऐसे में चेन्नई हार का मुहाने पर आ खड़ी थी. उसके पास 24 गेंदें बाकी थी और उसे अब भी जीत के लिए 67 रनों की जरुरत थी.


इसके बाद टाय के ओवर में धोनी और जडेजा एक-एक चौका ही लगा सके. अब चेन्नई की टीम को 18 गेंदो में 55 रनों की दरकार थी. लेकिन क्रीज़ पर धोनी हो तो हर लक्ष्य आसान लगने लगता है. धोनी ने मोहित के इस ओवर में एक छक्का और एक चौका जड़ दिया. जडेजा ने भी उनका साथ देते हुए एक छक्का लगाया.


इसके बाद अगली 12 गेंदों में टीम को 36 रनों की दरकार थी. टीम ने जडेजा का विकेट गंवा दिया. लेकिन धोनी ने हार नहीं मानी उन्होंने इस ओवर में भी दो छक्के और एक चौका जड़कर टीम की उम्मीदों को फिर से ज़िंदा कर दिया. अब सीएसको को आखिरी ओवर में जीत के लिए 6 गेंदों में 17 रनों की दरकार थी. लेकिन यहीं आकर धोनी का रथ रूक गया और टीम को 4 रनों से हार का सामना करना पड़ा.


इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब ने सात विकेट खोकर निर्धारित 20 ओवरों में 197 रन बनाए, जिसे चेन्नई हासिल नहीं कर पाई और 193 रन ही बना सकी.


विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल (63) के बेहतरीन अर्द्धशतक और लोकेश राहुल (37) तथा मयंक अग्रवाल (30) की उपयोगी पारियों की मदद से किंग्स इलेवन पंजाब ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ सात विकेट पर 197 रन का मजबूत स्कोर बनाया था.


इस पारी में चेन्नई की तरफ से ताहिर ने 34 रन पर दो विकेट, ठाकुर ने 33 रन पर दो विकेट, हरभजन सिंह ने 41 रन पर एक विकेट, शेन वाटसन ने 15 रन पर एक विकेट और ब्रावो ने 37 रन पर एक विकेट हासिल किया.