नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली शनिवार को हल्के हार्ट अटैक के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती हुए थे. अब उनकी सेहत में काफी सुधार है. इस दौरान करोड़ों सौरव के फैन्स नेउनके जल्द ठीक होने की दुआ मांगी. इसी बीच पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने ट्विटर पर दादा को जल्द ठीक होने की शुभकामना देते हुए उन्हें ब्रैंड एंडोर्स करने को लेकर ताना मारा. अब इस ट्वीट की आलोचना हो रही है.


क्या लिखा किर्ति आजाद


कीर्ति आजाद ने ट्वीट करते हुए लिखा,''‘दादा, जल्दी ठीक हो जाइए. हमेशा ऐसा प्रोडक्ट्स को प्रमोट करें जिनका पहले इस्तेमाल किया जा चुका हो और वह भरोसे के लायक हो. अपने बारे में सोचें और सचेत रहे. भगवान का आशीर्वाद आप पर बना रहे.'' आपको बता दें कि इस ट्वीट के साथ र्कीति आजाद ने जो तस्वीरें शेयर की हैं वह सौरव गांगुली द्वारा एक तेल के ब्रैंड को एंडोर्स करते हुए है. बता दें कि सौरव जिस तेल के ब्रांड को एंडोर्स करते है उसका टैग लाइन है - एक स्वस्थ दिल के लिए तेल जो आपकी इम्युनिटी को बढ़ाए.




दादा के फैन्स आजाद पर भड़के


कीर्ति आजाद के इस ट्वीट के बाद गांगुली के फैन्स उनसे खासा नाराज दिख रहे हैं. उन्होंने कहा है कि आजाद को ऐसा ट्वीट नहीं करना चाहिए था. फैंस का कहना था कि इस समय जब सौरव गांगुली अस्पताल में भर्ती हैं तब उन्हें इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए. कुछ फैंस का यह भी कहना था कि कीर्ति आजाद अपने राजनीतिक विचारों के कारण ऐसा कर रहे हैं.



बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उनकी हेल्थ पर अपडेट जारी करते हुए अस्पताल ने बताया है कि गांगुली की हालत अब स्थिर है.



केशव प्रसाद मौर्य समेत अन्य कई लोग गांगुली से मिलने पहुंचे


गांगुली के साथ खेल चुके पूर्व खिलाड़ी और राज्य में मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला, दिवंगत बीसीसीआई अध्यक्ष जगनमोहन डालमिया की बेटी तृणमूल विधायक वैशाली डालमिया, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई अन्य लोग गांगुली से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी शनिवार को अस्पताल जाकर गांगुली का हालचाल जाना. गांगुली ने पिछले सप्ताह राजभवन में राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की थी.