इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन के एलिमिनेटर में कोलकाता नाइट राइडर्स ने राजस्थान रॉयल्स के सामने जीत के लिए 170 रनों का लक्ष्य रखा है. एक समय 51 रन चार विकेट खोकर केकेआर संघर्ष करती दिख रही थी लेकिन फिर बाद में कप्तान दिनेश कार्तिक के अर्द्धशतक और आंद्रे रसेल की एक और धुआंधार पारी से की बदौलत टीम ने सात विकेट पर 169 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया.


कार्तिक ने तब क्रीज पर कदम रखा जब स्कोर तीन विकेट पर 24 रन था. उन्होंने 38 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 52 रन बनाए. रसेल ने डेथ ओवरों में फिर से लंबे शॉट खेले तथा 25 गेंदों पर नाबाद 49 रन बनाये जिसमें तीन चौके और पांच छक्के शामिल हैं. इन दोनों के अलावा शुभमान गिल ने 28 रन का योगदान दिया. केकेआर ने अंतिम छह ओवरों में 85 रन बटोरे.


रॉयल्स की तरफ से कृष्णप्पा गौतम, जोफ्रा आर्चर और बेन लागलिन ने दो-दो विकेट लिए. ईश सोढ़ी ने चार ओवर में केवल 15 रन देकर किफायती गेंदबाजी की.


ईडन गार्डन्स की पिच पर नमी और उछाल थी और इसके अलावा केकेआर के बल्लेबाजों ने जल्दबाजी दिखायी. यही वजह थी कि पहले चार ओवर में उसके तीन बल्लेबाज सुनील नारायण (चार), रोबिन उथप्पा (तीन) और नितीश राणा (तीन) पवेलियन में विराजमान थे.


ऑफ स्पिनर गौतम ने अपनी चतुराई भरी गेंदबाजी से नारायण को दूसरी गेंद स्टंप आउट कराया. इसके बाद उन्होंने उथप्पा का अपनी ही गेंद पर कैच लिया जबकि आर्चर ने राणा को गलत टाइमिंग से शाट खेलने का मजा चखाया.


कार्तिक पर बड़ी जिम्मेदारी थी. उन्होंने अच्छी शुरुआत की जिससे पावरप्ले तक टीम 46 रन तक पहुंचने में सफल रही, हालांकि यह केकेआर का इस सीजन में पहले छह ओवरों का न्यूनतम स्कोर है.


क्रिस लिन (22 गेंदों पर 18 रन) ने आठ ओवर तक एक छोर संभाले रखा लेकिन श्रेयस गोपाल की गुगली उनके समझ से परे थी जिस पर उन्होंने गेंदबाज को कैच प्रैक्टिस कराया. अजिंक्य रहाणे ने दोनों छोर से कलाई के स्पिनरों गोपाल (चार ओवर में 34 रन, एक विकेट) और ईश सोढ़ी (चार ओवर में 15 रन) को लगाया जिन्होंने रन गति पर अंकुश लगाये रखा.


ऐसे जब 14 ओवर के बाद स्कोर चार विकेट पर 84 रन था तब गिल और कार्तिक ने गोपाल के अगले ओवर में 20 रन जुटाकर रन गति तेज की. आर्चर ने हालांकि अगले ओवर में गिल को विकेट के पीछे कैच करा दिया.


कार्तिक ने जयदेव उनादकट पर छक्का जड़कर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन अगले ओवर में उन्होंने हवा में कैच लहरा दिया.


आर्चर पर छक्के से खाता खोलने वाले रसेल को सोढ़ी ने परेशान किया लेकिन मध्यम गति के गेंदबाजों के सामने वह खुलकर खेले. जयदेव उनादकट, लागलिन और आर्चर के खिलाफ उन्होंने अपनी पावर हिटिंग को शानदार नमूना पेश किया.