बीती रात बुधवार को आईपीएल सीज़न 19 के बड़े मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 28 रनों से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की.


ईडन गार्डेन्स में खेले गए इस मुकाबले में केकेआर की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी की और बल्लेबाज़ों ने ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि फिर पंजाब के बल्लेबाज़ों की लाख कोशिश भी उसे जीत नहीं दिला सकी.


केकेआर के लिए पहले नितिश राणा और रॉबिन उथप्पा ने धमाकेदार पारियां खेली. इसके बाद आखिर में आंद्रे रसेल के तूफान ने तो मानो मैच पंजाब के हाथों से छीन लिया. पंजाब के हाथों से इस मैच के दूर जाने के पीछे गलती भी पंजाब टीम की ही है.


आइये जानें कैसे ये मैच पंजाब की पहुंच से दूर हो गया:


दरअसल पिछले मैच में धुआंधार पारी खेलने वाले आंद्रे रसेल 15वें ओवर में ही मैदान पर आए थे. अभी वो जम भी नहीं पाए थे और 5 गेंदों पर 3 रन बनाकर खेल रहे थे। तभी 16वें ओवर की आखिरी गेंद पर शमी ने सटीक यॉर्कर मारी जो सीधे जाकर रसेल के विकेटों से टकराई और पंजाब ने जश्न मनाना शुरु कर दिया. लेकिन फील्ड अंपायर ने इसे नो बॉल दे दिया. दरअसल शमी का पैर क्रीज़ के अंदर ही था.


तभी मैदान पर एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला, शमी-अश्विन सभी अंपायर से पूछने के लिए करीब आए. तब ही पता चला कि उस समय घेरे (सर्किल) के अंदर पंजाब के तीन फील्डर खड़े थे, जबकि नियमों के मुताबिक टीम को उस समय सर्किल के अंदर 4 फील्डर रखना अनिवार्य होता है।


खुद कप्तान अश्विन ने भी मैच के बाद कहा कि मुझे उन पर(वरुण चक्रवर्ती या हार्डिक विजलोए) पर नज़र रखनी चाहिए थी. जो अपनी फील्ड चेंज नहीं कर सके और सर्किल के अंदर नहीं आए.


दरअसल वरुण चक्रवर्ती और हार्डसक विजलोए दोनों ने ही कल डेब्यू किया था. जबकि वरुण चक्रवर्ती को तो पंजाब की टीम ने 8.4 करोड़ की मोटी रकम में अपने साथ जोड़ा है.


देखें ये चूक: 


फिर आया रसेल का तूफान:
फिर क्या था रसेल को मौका मिला और उन्होंने मैच का रुख ही बदल दिया. जब उन्हें जीवनदान मिला तो कोलकाता की टीम 17 ओवरों में 162/3 थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने महज़ 12 गेंदों में 45 रन जोड़े और अपनी टीम को 218 रनों तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया जिसे बाद में केकेआर की टीम चेज़ नहीं कर सकी.