डर्बी: भारतीय कप्तान मिताली राज ने कहा कि वह जानती थी कि पाकिस्तानी टीम के लिये 170 रन का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होगा क्योंकि आईसीसी महिला विश्व कप के इस मैच के दौरान दूसरी पारी में पिच बल्लेबाजी के अनुकूल नहीं रह गयी थी.
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 169 रन बनाये तथा मिताली ने निचले क््रम में अच्छे योगदान के लिये सुषमा वर्मा और झूलन गोस्वामी की तारीफ की.
मिताली ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, 'जब आप पहले दस ओवरों में पहला विकेट गंवा देते हो तो इससे आप बैकफुट पर चले जाते हैं. हालांकि हमने अच्छी साझेदारियां निभायी लेकिन लगातार दो विकेट गंवाने से हम फिर बैकफुट पर चले गये.'
उन्होंने कहा, 'हमने अपनी बल्लेबाजों को 40वें ओवर तक टिके रहने की सलाह दी थी लेकिन हमने फिर से विकेट गंवा दिये. सुषमा और झूलन ने आखिर में महत्वपूर्ण योगदान दिया और हम 170 रन तक पहुंचने में सफल रहे. चोटी की चार बल्लेबाज गंवाने के बाद हम इतने ही स्कोर के बारे में सोच रही थी.'
मिताली ने कहा, 'जब हम 170 रन के करीब पहुंचे तो मैं जानती थी कि शुरू में विकेट लेना जरूरी है क्योंकि लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम कितनी भी अच्छी क्यों नहीं हो और भले ही उसके सामने 150 रन का लक्ष्य हो, उस पर अच्छी शुरूआत के लिये दबाव होता है. विकेट बाद में आसान नहीं रह गया था और स्पिनरों को काफी टर्न मिल रहा था.' पाकिस्तान की कप्तान सना मीर ने गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश थी और उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों के लचर खेल के कारण उन्हें मैच गंवाना पड़ा.
सना मीर ने कहा, 'भारत के खिलाफ वनडे में यह हमारा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है. आखिरी कुछ ओवरों में हमने 10 या 20 रन दिये लेकिन कुल मिलाकर यह गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन था. अगर बल्लेबाज भी अच्छा प्रदर्शन करते तो हम अनुकूल परिणाम हासिल करते.'