Challenges To Face New Chief Selector Ajit Agarkar: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 4 जुलाई को टीम इंडिया के अगले मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अजीत अगरकर के नाम का एलान कर दिया. फरवरी 2023 में चेतन शर्मा के इस पद से इस्तीफा देने के बाद से यह पद खाली हो गया था. अगरकर अपने कार्यकाल का आगाज वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जाने वाली टी20 सीरीज टीम के चयन के साथ करेंगे.
मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अजीत अगरकर के सामने अगले 100 दिनों के अंदर 2 बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया के चयन की चुनौतियां होंगी. इसमें पहले एशिया कप टीम का चयन जो अगस्त महीने के आखिर में खेला जाना है. वहीं भारत की ही मेजबानी में खेले जाने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप टीम का चयन. यह दोनों ही टूर्नामेंट अगरकर के लिए उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी चुनौती के तौर पर भी देखे जा सकते हैं.
टीम इंडिया पिछले 10 सालों से आईसीसी ट्रॉफी जीतने के सूखे को खत्म नहीं कर पाई है. ऐसे में मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अगरकर को ऐसी टीम का चयन करना होगा जो खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब हो सकें.
खिलाड़ियों की फिटनेस की समस्या और उनके रिप्लेसमेंट
पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम को अपने अहम खिलाड़ियों की चोटिल होने की समस्या से भी जूझना पड़ा है. ऐसे में उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर दूसरे खिलाड़ियों को तैयार करना भी एक चुनौती के तौर पर अजीत अगरकर को सामना करना पड़ेगा.
टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम को तैयार करना
साल 2024 में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है. ऐसे में अभी से उस टूर्नामेंट के लिए टीम को तैयार करने की योजना बनानी होगी. भारतीय टीम ने साल 2007 के बाद से टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीता है और उस टीम का हिस्सा अजीत अगरकर भी थे. ऐसे में मुख्य चयनकर्ता के तौर पर उनके सामने इस टूर्नामेंट के लिए भी टीम तैयार करने की एक चुनौती होगी.
नए कप्तानों की नियुक्ति करना
वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद भारतीय टीम के लिए लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. इसमें टीम को नया कप्तान मिलने की उम्मीद जताई जा सकती है तो भविष्य को ध्यान में रखते हुए चुना जाएगा. इसको लेकर अजीत अगरकर को एक बड़ा फैसला लेना होगा. वहीं टेस्ट फॉर्मेट में भी नए कप्तान की नियुक्ति देखने को मिल सकती है.
सीनियर खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट
टीम इंडिया में अगली कुछ सीरीजों में कई सीनियर खिलाड़ियों की जगह युवा खिलाड़ियों को मौका मिलने की उम्मीद जताई जा सकती है. इसके पीछे अभी से उन्हें रिप्लेसमेंट के लिए तैयार करना होगा. मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अगरकर को युवा खिलाड़ियों को लगातार मौका देने का एक बड़ा फैसला लेना होगा ताकि उन्हें उस पोजीशन के लिए तैयार किया जा सके.
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