नई दिल्ली: दुनियाभर की टीमों के खिलाफ ताबड़तोड़ रन बरसाने के बावजूद विराट कोहली को अब तक एक देश में रन ना बना पाने का मलाल होगा. आठ सालों के अपने करियर में 53 के औसत से 5554 रन बना चुके विराट कोहली अब तक इंग्लैंड में खुद को साबित नहीं कर पाए हैं.
साल 2014 में इंग्लैंड के दौरे पर विराट के बल्ले से 5 टेस्ट मैचों में महज़ 134 रन निकले. जिसमें उनका औसत 13.40 का रहा. लेकिन इस बार विराट कोहली इन आंकड़ों को बदलने का मन बना चुके हैं. आईपीएल की शुरूआत से पहले ही विराट ने ये साफ कर दिया है कि वो दक्षिण अफ्रीका में हुई चूक को इंग्लैंड में नहीं दोहराएंगे. मतलब वो इंग्लैंड की परिस्थितियों से तालमेल बैठाने के लिए पहले ही वहां रवाना हो जाएंगे.
इतना ही नहीं विराट ने फैसला किया है कि वो जून महीने में भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट का भी हिस्सा नहीं बनेंगे और इंग्लैंड जाकर काउंटी क्रिकेट खेलेंगे.
टीम इंडिया अप्रेल-मई में आईपीएल खेलने के बाद जून के आखिर में विदेश दौरे पर रवाना होगी. जून में पहले आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 मुकाबले खेलने के बाद इंग्लैंड के साथ जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने में भारतीय टीम का लंबा कार्यक्रम तय किया गया है. टीम इंडिया वहां पर 5 टेस्ट, 3 वनडे और 3 टी20 मैच खेलेगी।
इस सीरीज़ को ध्यान में रखते हुए विराट कोहली ने ये बड़ा फैसला लिया है. विराट कोहली इस दौरान इंग्लैंड में जाकर सरे की टीम के लिए काउंटी क्रिकेट खेलंगे जिससे वो वहां की परिस्थितियों से तालमेल बैठा सकें. आईपीएल का सीजन खत्म कर विराट सरे टीम में खेलने के लिए रवाना हो जाएंगे.
विराट के अलावा भारतीय टेस्ट टीम के अहम बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा भी अपनी काउंटी टीम यॉर्कशायर के लिए खेल सकते हैं. इस दौरान सरे और यॉर्कशायर के बीच भी टक्कर होनी है. जहां पर विराट और पुजारा विरोधी टीमों से खेलते हुए नज़र आ सकते हैं.
विराट कोहली के अलावा शिखर धवन ने भी बीते दिन इंग्लैंड दौरे की तैयारियों को लेकर जल्दी इंग्लैंड रवाना होने की बात कही थी.