भारत के घरेलू क्रिकेट पर अपनी नाकारात्मक राय रखने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों को कप्तान विराट कोहली ने करारा जवाब दिया है. भारतीय कप्तान ने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि हमारा फर्स्ट क्लास क्रिकेट का ढांचा बेहतरीन है और यही कारण है कि हम जीत रहे हैं.


विराट का मानना हैकि भारत के फर्स्ट क्लास क्रिकेट की वजह से ही हमारे तेज गेंदबाजों को विदेशी धरती पर ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को चुनौती दे रहा है और इससे उन्हें विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली है.


लेकिन यह स्पष्ट था कि कोहली की प्रतिक्रिया पूर्व लेग स्पिनर ओकीफी के लिए थी. इतना ही नहीं मैन ऑफ द मैच बने जसप्रीत बुमराह ने भी टेस्ट क्रिकेट में अपनी सफलता में रणजी ट्रॉफी के योगदान का जिक्र किया.


बुमराह ने कहा, ‘‘हम कड़ी ट्रेनिंग करते हैं और हमें रणजी ट्रॉफी में काफी ओवर गेंदबाजी करने की आदत है इसलिए शरीर इसके लिए तैयार रहता है.’’


इस सब की शुरुआत ओकीफी ने डेब्यू कर रहे मयंक अग्रवाल के फर्स्ट क्लास में रेलवे के खिलाफ तिहरे शतक पर टिप्पणी करके की थी.


आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के लिए 24 टेस्ट में 53 विकेट चटकाने वाले कैरी ओकीफी ने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कमेंटरी करते हुए मयंक अग्रवाल को लेकर कहा था कि वह संभवत: रेलवे के कैंटीन स्टाफ के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तीहरा शतक जड़ा है.


इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क वॉ ने भी कहा था कि किस तरह भारत में घरेलू क्रिकेट में 50 रन का औसत ऑस्ट्रेलिया में 40 के औसत के बराबर है. ओकीफी ने हालांकि बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी.


इसके बाद भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी डेब्यू पारी में अग्रवाल के 76 रन बनाने के बाद कैरी ओकीफी को माकूल जवाब दिया था.


ओकीफी की मौजूदगी में फॉक्स स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा, ‘‘उसके (अग्रवाल) पास कैरी के लिए संदेश है... ‘जब आप अपनी कैंटीन खोलो तो वह कॉफी को सूंघने के लिए आना चाहता है. वह भारत की कॉफी से तुलना करना चाहता है.... यहां की काफी बेहतर है या भारत की.’’


ओकीफी ने हालांकि मैच के चौथे दिन भी गैरजरूरी टिप्पणी की जब उन्होंने चेतेश्वर पुजारा और रविंद्र जडेजा के नाम नहीं बोल पाने का मजाक बनाया.


ओकीफी ने कहा, ‘‘आप अपने बच्चों का नाम चेतेश्वर, जडेजा क्यों रखते हो.’’