लंदन: आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में भारत को पाकिस्तान के हाथों शर्मनाक हार मिली है. इस हार के बाद कप्तान विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. भारत की इस हार के लिए कोहली की कप्तानी को जिम्मेदार ठहराया जाने लगा है. भारत को इस मैच में पाकिस्तान के हाथों 180 रनों से हार का सामना करना पड़ा है.
टॉस हारकर क्यों चुनी गेंदबाजी?
भारत की इस शर्मनाक हार के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी क्यों नहीं चुनी ? क्योंकि शुरुआत से ही देखा जा रहा था कि पिच बल्लेबाजों को काफी मदद करेगी. और ऐसा हुआ भी. पाकिस्तान ने शुरूआत से ही तेज बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 338 रन बनाए.
अश्विन को क्यों आराम नहीं दिया?
मैच से एक दिन पहले ही स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को प्रैक्टिस के दौरान घुटने में चोट लगी थी. कहा जा रहा था कि वह फाइनल में खेलने के लिए पूरी तरह फिट नहीं है. इसके बावजूद विराट कोहली ने उन्हें प्लेइंग इलेविन में शामिल कर लिया. नतीजा ये हुआ कि अश्विन पूरे मैच में एक बार भी पाकिस्तान के बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना पाए औऱ 10 ओवर में बिना विकेट लिए सात के रन रेट से 70 रन दे बैठे.
मिडिल ऑर्डर में खुद भी फेल हुए
338 रनों के विशाल स्कोर का पीछा कर रही टीम इंडिया को पहला झटका पहले ओवर की तीसरी गेंद में रोहित शर्मा के रूप में ही लग गया था, बावजूद कोहली टिक कर नहीं खेले. इस समय टीम को उनकी बहुत जरुरत थी, लेकिन एक जीवनदान मिलने के बावजूद अगली ही गेंद पर कोहली एक खराब शॉट खेल बैठे और उन्हें मुश्किल पलों में टीम को अकेले छोड़कर वापस पवेलियन जाना पड़ा.
जाधव को 39वें ओवर में गेंदबाजी के लिए क्यों बुलाया?
बांग्लादेश के खिलाफ गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले केदार जाधव को इस मैच में कप्तान ने काफी देर बाद गेंद थमाई. जाधव को 39वें ओवर में लाया गया और 50 ओवर तक उनसे सिर्फ तीन ओवर फिकवाए गए, जबकि जाधव ने एक विकेट भी लिया था. जबकि बांग्लादेश के खिलाफ जाधव ने 6 ओवर किए थे और दो विकेट भी लिए थे.