कोलकाता मूल के ऑफ स्पिनर ऋषभ मुखर्जी अब जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की टीम के लिए खेल सकते हैं. लेकिन ऋषभ का सपना भविष्य में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करना है. ऋषभ अब अगले साल होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए यूएई टीम से खेल सकते हैं.
18 साल के ऋषभ जब पांच साल के थे तभी वह अपने परिवार के साथ दुबई चले गए थे. ऋषभ ने विश्व कप के लिए क्वालीफाई कराने में यूएई की काफी मदद की है. उन्होंने विश्व कप क्वालीफायर के पांच मैचों में नौ विकेट लिए थे.
ऋषभ ने कहा, "मेरा सपना भारत के लिए खेलना है. मैं वापस कोलकाता आना चाहता हूं और अंडर-19 विश्व कप समाप्त होने के बाद बंगाल की टीम में जगह बनाना चाहता हूं. मैं दोबारा से सबकुछ शुरू करने के लिए तैयार हूं. मैंने कई कोचों से बात की है और उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया है."
वह 2006 से ही अपने परिवार के साथ दुबई में रह रहे हैं. उन्होंने वहां इंटर अकादमी लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं को प्रभावित किया था.
उन्होंने कहा, "मैं क्लब क्रिकेट के लिए तैयारी कर रहा था क्योंकि मैं वापस कोलकाता जाने की योजना बना रहा था. पिछले दो साल से मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं. लेकिन इंटर अकादमी में अच्छा करने के बाद मुझे यूएई अंडर-19 कैम्प के लिए बुलाया गया."
ऑफ स्पिनर ऋषभ शुरुआत में फुटबाल खेलना चाहते थे, लेकिन आस्थमा से पीड़ित होने के कारण उन्हें इस में इजाजत नहीं मिली.
उन्होंने कहा, "मैं इसमें नहीं खेल सकता था इसलिए मेरे पिता ने मुझे क्रिकेट में कोशिश करने को कहा. वह मुझे और मेरे भाई को उच्च स्तर पर क्रिकेट खेलते देखना चाहते थे, जो कि उनका सपना था. यही वह चीज थी जिसने मुझे क्रिकेट जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया."