क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने अगले घरेलू सत्र में ड्यूक्स गेंदों का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है. पिछले चार सीजन से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया कूकाबुरा के साथ ड्यूक्स गेंदों का इस्तेमाल कर रहा था. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि अगला घरेलू सीजन कूकाबुरा गेंदों के साथ ही खेला जाएगा. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ड्यूक्स गेंदों का इस्तेमाल इसलिए करता था ताकि उसके खिलाड़ियों को इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में खेलने में मदद मिले.
रोच ने कहा, ''ड्यूक्स गेंदों का उपयोग करना अच्छा प्रयास था विशेषकर इंग्लैंड में होने वाली एशेज श्रृंखला को देखते हुए जहां हमारा प्रतिद्वंद्वी ड्यूक्स गेंदों का उपयोग करता है.'' उन्होंने कहा, ''हालांकि हमारा मानना है कि 2020-21 सत्र में केवल एक तरह की गेंद का उपयोग करने से हमारे खिलाड़ियों को पूरे सत्र में लगातार चुनौती का सामना करना पड़ेगा. सीए और प्रांतीय संघ भी अभी ऐसा चाहते हैं. कूकाबुरा गेंद आस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और दुनिया के कई हिस्सों में उपयोग की जाती है और हमें इस सत्र में इसका अधिकतम उपयोग करने में फायदे नजर आते हैं.''
स्पिनर्स का प्रभाव हुआ कम
रोच ने कहा कि हाल के सालों में घरेलू क्रिकेट में स्पिनरों का प्रभाव कम हुआ. उनका मानना है कि ड्यूक्स गेंद पर रोक लगाने में इस बात ने अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा, ''हमने पाया कि हाल के कुछ सत्र में शैफील्ड शील्ड में स्पिन गेंदबाजों की भूमिका कम हुई है विशेषकर उन मैचों में जिनमें ड्यूक्स गेंदों का उपयोग किया गया था. हम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में स्पिनरों की भूमिका चाहते हैं. हम चाहते हैं कि हमारे बल्लेबाज स्पिनरों का सामना करें. हमें उम्मीद है कि केवल एक गेंद का उपयोग करने से इस मामले में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा.''
रोच ने हालांकि कहा कि भविष्य में ड्यूक्स गेंदों को फिर से उपयोग में लाया जा सकता है. बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है. हालांकि जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को मैदान पर प्रैक्टिस करने की इजाजत मिल सकती है.
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम में होगा बदलाव, बल्लेबाजी कोच ने इसलिए अपना पद छोड़ा