IPL 2024: कप्तानी का घमंड! लगभग बर्बाद कर दिया था RCB प्लेयर का करियर; क्या है कृणाल पांड्या का विवादास्पद किस्सा
IPL 2024: क्या आप जानते हैं कि कृणाल पांड्या ने डोमेस्टिक क्रिकेट में RCB के खिलाड़ी स्वप्निल सिंह का करियर लगभग बर्बाद कर दिया था. जानिए क्या है पूरी कहानी.
IPL 2024: भारतीय क्रिकेटर कृणाल पांड्या अक्सर विवादों में घिरे रहे हैं. कृणाल भारत के लिए 5 वनडे मैच खेलकर 130 रन बनाने के अलावा 5 विकेट भी ले चुके हैं. खैर वो भारतीय टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए, लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में पांड्या एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में पहचान बना चुके हैं. कृणाल पांड्या डोमेस्टिक क्रिकेट में बड़ौदा की टीम से खेलते हैं. कुछ साल पहले दीपक हुड्डा का करियर बर्बाद करने की खबरों के कारण कृणाल खूब ट्रोल हुए थे. मगर उन्हें अब आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए खेलने वाले स्वप्निल सिंह के कारण आड़े हाथों लिया जा रहा है.
'तुम्हारी टीम में कोई जगह नहीं'
स्वप्निल सिंह एक 33 वर्षीय ऑल-राउंडर खिलाड़ी हैं, जो आईपीएल में मुंबई इंडियंस, पंजाब किंग्स, लखनऊ सुपर जायंट्स का भी हिस्सा रह चुके हैं. इस बीच आईपीएल 2024 के ऑक्शन में RCB ने उन्हें 20 लाख रुपये में खरीदा था. स्वप्निल सिंह को LSG ने 2023 में साइन करने से पिछले सीजन एक नेट गेंदबाज के रूप में अपने साथ जोड़ा था, एक ऐसा रोल जिसे उन्होंने इच्छा ना होते भी स्वीकार कर लिया था.
स्वप्निल सिंह ने कहा, "मैं 2016-2017 में बड़ौदा के लिए दिलीप ट्रॉफी में खेला और बड़ौदा के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए और खूब सारे विकेट भी लिए. मैं 2019 डोमेस्टिक सर्किट में शायद भारत के टॉप-2 या टॉप-3 ऑलराउंडर खिलाड़ियों में शामिल था. उसके बाद COVID-19 महामारी शुरू हुई और कुछ समय बाद ही बड़ौदा के सिलेक्शन का समय आया. मुझे भरोसा था कि मेरी टीम में जगह पक्की होगी. मैं जब बड़ौदा के तत्कालीन कप्तान (कृणाल पांड्या) से मिलने पहुंचा तो उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी टीम में कोई जगह नहीं है. मैंने पांड्या से स्पष्ट तौर पर पूछा कि मैं भारत के टॉप ऑल-राउंडर्स में से एक हूं, तो मेरी टीम जगह क्यों नहीं. उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी जगह किसी युवा खिलाड़ी को दे दी गई है. मैंने परिस्थितियों को स्वीकार किया और आगे बढ़ गया."
इरफान पठान ने दिया साथ
स्वप्निल बताते हैं कि ये सब शायद उनके अच्छे के लिए ही हो रहा था. RCB के ऑल-राउंडर खिलाड़ी उस सीजन डोमेस्टिक क्रिकेट में नहीं खेले और एक नए स्टेट की टीम की तलाश में थे. ऐसे में इरफान पठान उनकी मदद के लिए आगे आए. स्वप्निल का कहना है कि जब आपके अपने ही लोग आपको टीम से बाहर कर दें, इसका मतलब भाग्य आपको कहीं और ले जा रहा है. उनके अनुसार यदि वो बड़ौदा टीम में रहते तो उनका करियर वहीं समाप्त हो चुका होता. इरफान पठान ने उन्हें उत्तराखंड की टीम में जगह दिलाने में अहम योगदान दिया था.
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