Father's Day: किसी ने फल बेच तो किसी ने ऑटो चलाकर बेटे को बनाया क्रिकेटर, कोई इलेक्ट्रीशियन तो कोई है नाई, आज नाम रोशन कर रहे ये खिलाड़ी
Cricketers father: फादर्स डे पर हम आपको ऐसे खिलाड़ियों ने के बारे में बता रहे हैं जिन्हें क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता नें काफी संघर्ष किया. इनमें कुलदीप सेन, तिलक, रिंकू, उमरान, सिराज शामिल हैं.
Father's Day 2022: दुनियाभर के सभी पिता को सम्मान देने के लिए हर साल जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाया जाता है. इस साल 19 जून 2022 को फादर्स डे मनाया जाएगा. इस दिन को मनाने की शुरुआत 1910 से हुई थी. इस फादर्स डे हम आपको ऐसे खिलाड़ियों ने के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता नें काफी संघर्ष किया. इस लिस्ट में कुलदीप सेन (Kuldeep Sen), तिलक वर्मा (Tilak Verma), रिंकू सिंह (Rinku Singh), उमरान मलिक (Umran Malik) और मोहम्मद सिराज (Mohammad Siraj) शामिल हैं.
कुलदीप सेन (Kuldeep Sen)
राजस्थान रॉयल्स के लिए शानदार आखिरी ओवर कर 15 रन बचाने वाले कुलदीप ने आईपीएल 2022 में सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. मध्यप्रदेश के लिए कमाल करने के बाद अब कुलदीप IPL में अपनी छाप छोड़ चुके हैं. रीवा निवासी कुलदीप का IPL में पहुंचने तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है. कुलदीप के पिता नाई हैं. घर के सबसे बड़े बेटे कुलदीप ने 8 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. वह एक बेहतरीन बल्लेबाज बनना चाहते थे लेकिन कोच के कहने पर उन्होंने तेज गेंदबाजी शुरू की. एकेडमी ने कुलदीप की फीस तक माफ कर दी ताकि उनके खेल में बाधा न आए.
तिलक वर्मा (Tilak Verma)
भले ही IPL 2022 में मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा हो पर फ्रेंचाइजी के युवा खिलाड़ी तिलक ने अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ी. मेगा ऑक्शन में 1.7 करोड़ में बिकने वाले तिलक के लिए IPL का सफर काफी कठिन था. उन्होंने महज 9 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. पिता इलेक्ट्रीशियन थे और उन्होंने अपने बेटे की जितनी हो सकता था उतनी जरूरतों को पूरा किया. इसके अलावा तिलक के कोच सलाम बायश ने भी उनका भरपूर साथ दिया. लॉकडाउन के दौरान तिलक के पिता का काम बंद हो गया था, स्थिति यहां तक आ गई थी कि तिलक को क्रिकेट छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता, लेकिन इस संकट की घड़ी में कोच ने उनका साथ दिया और तिलक IPL तक पहुंचे.
रिंकू सिंह (Rinku Singh)
केकेआर के आखिरी मैच में यादगार तूफानी पारी खेलने वाले रिंकू सिंह लंबे समय से IPL का हिस्सा हैं. हालांकि, उन्हें पहचान आईपीएल 2022 में मिली. भले ही लखनऊ के खिलाफ मुकाबले में वह अपनी टीम को नहीं जिता पाए लेकिन अपनी ताबड़तोड़ पारी से उन्होंने जमकर सुर्खियां बटोरीं. IPL में पहुंचने के लिए रिंकू ने काफी पापड़ बेले. अलीगढ़ निवासी रिंकू के पिता गैस वेंडर हैं. पांच भाइयों में रिंकू को क्रिकेट से लगाव था. उन्होंने पहले घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया फिर कोलकाता की टीम में जगह बनाई और अब IPL में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे.
उमरान मलिक (Umran Malik)
जम्मू एक्सप्रेस उमरान मलिक ने आईपीएल 2022 में अपनी रफ्तार से सभी को प्रभावित किया. उन्होंने इस सीजन 150 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी की. जम्मू-कश्मीर के छोटे से गांव से निकलकर आईपीएल तक का सफर तय करना अपने आप में काबिले-ए-तारीफ है. उमरान को इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके पिता अब्दुल राशिद का बड़ा अहम योगदान रहा है. उमरान मलिक के पिता अब्दुल राशिद शहीदी चौक पर फल बेचने का काम करते हैं.
मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj)
मोहम्मद सिराज के पिता एक ऑटो चालक थे, जो उन्हें हैदराबाद के उप्पल स्टेडियम जाने के लिए सिर्फ 60 रुपये प्रतिदिन देते थे. सिराज वहां मैच सीखने के लिए जाते थे. आरसीबी पॉडकास्ट में उन्होंने बताया था कि जब मैं स्टेडियम में अभ्यास के लिए जाता था, तो मेरे परिवार ने उस दौरान काफी संघर्ष किया था. मेरे पास एक मोटरसाइकिल थी. पिताजी मुझे पेट्रोल के लिए 60 रुपये देते थे. मैं उस रुपये से उप्पल स्टेडियम तक पहुंचने का प्रबंधन करता था, जो मेरे घर से काफी दूर था. आईपीएल से मेरे परिवार की समस्या समाप्त हो गई हैं. पापा ने ऑटो चलाना बंद कर दिया हो तो वहीं मां ने घर का काम करना बंद कर दिया. अब हम किराए के मकान में नहीं रहते हैं.
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