Kumar Kartikeya After Ranji Trophy 2022: 9 साल... 2 महीने.. और 3 दिन... क्या इतने लंबे वक्त तक कोई अपने माता-पिता से मिले बगैर रह सकता है. वह भी तब जब आप 25 वर्ष के भी नहीं हुए हों. सुनने में अजीब लगे लेकिन यह सच है. मध्य प्रदेश के क्रिकेटर कुमार कार्तिकेय (Kumar Kartikeya) इतने लंबे वक्त से अपने माता-पिता से नहीं मिले हैं. यह बात उनके एक इंटरव्यू में सामने आई है. इस इंटरव्यू में यह भी सामने आया है कि इतने लंबे समय से अपने घर नहीं जाने का कारण उनका क्रिकेट के प्रति कमिटमेंट है. दरअसल, उन्होंने क्रिकेट में नाम कमाकर लौटने के वादे के साथ ही घर छोड़ा था.
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कार्तिकेय ने बताया है, 'मुझे अपने माता-पिता से मिले 9 साल 2 महीने और 3 दिन बीत चुके हैं. मुझे लगता है अभी इसमें और वक्त लगेगा. मैं उनसे तभी मिलूंगा जब मेरे पास घर पर रूकने के लिये 20 से 25 दिन होंगे.' कार्तिकेय कहते हैं, 'मैंने घर छोड़ा था क्योंकि मैं थोड़ा जिद्दी था. मैंने अपने माता-पिता से कहा था कि मैं तभी घर लौटूंगा जब मैं क्रिकेट में नाम कमा लूंगा.'
कार्तिकेय ने इस दौरान यह भी बताया कि वह जब दिल्ली में थे तो रात में मजदूरी भी करते थे और 10 रुपये बचाने के लिए बस की जगह पैदल ही मीलों तक का सफर तय करते थे. कार्तिकेय कहते हैं, 'जब मैं दिल्ली में था तब मैंने अपनी आजीविका के लिए एक टायर फैक्ट्री में काम किया था. वे बहुत कठिन दिन थे, लेकिन मुझे इन सबका कोई मलाल नहीं है.'
मध्य प्रदेश को पहली बार रणजी ट्रॉफी जीताने में कुमार कार्तिकेय का अहम योगदान रहा है. वह रणजी के इस सीजन में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने 6 मैचों में 21 की बॉलिंग औसत से 32 विकेट चटकाए. रणजी के इस सीजन के बीच में उन्हें मुंबई इंडियंस की ओर से 4 मैच खेलने का मौका मिला था, जहां इस बाएं हाथ के स्पिनर के हिस्से 5 विकेट आए थे.