कोलकाता: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि कुंबले-कोहली मतभेद को परिपक्वता से निपटाया जाना चाहिए था. गांगुली ने कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय टीम को मिली हार के बाद कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच ड्रेसिंग रूम में हुए मतभेद को बात-चीत के द्वारा हल किया जा सकता था.



 



क्रिकेट सलाहकार समिति के तीन सदस्यों में से एक के पास कोच चुनने का अधिकार है. गांगुली ने कहा, 'कुंबले और कोहली के बीच मामले को बेहतर तरीके से निपटाया जाना चाहिए. इसे उचित तरीके से निपटाया जाना चाहिए था.' 



 



भारतीय कोच की नियुक्ति ने एक नया मोड़ ले लिया है क्योंकि टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री ने भी इस पद के लिये आवेदन भरने का फैसला किया है और वह इस दौड़ में सबसे आगे दिख रहे हैं जबकि कुंबले को उन पर तरजीह देकर कोच बनाया गया था.



 



शास्त्री ने खुले आम गांगुली को उन्हें बाहर करने का जिम्मेदार ठहराया था. गांगुली ने इस पर कहा, 'हर किसी को आवेदन भरने का अधिकार है. हम देखेंगे. मैं भी आवेदन कर सकता था, अगर मैं प्रशासक नहीं होता.'