भले ही घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट जीतने में टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज़ों का अहम योगदान रहा हो. लेकिन विदेशी सरज़मीं पर जाते ही टीम इंडिया की स्पिन गेंदबाज़ी एक बार फिर से चिंता का विषय बन जाती है.


मीडिया रिपोर्ट्स में आ रही खबरों के मुताबिक अब इस परेशानी को दूर करने के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बीसीसीआई से एक गेंदबाज़ी कोच की मांग रखी है. बड़ी खबर ये है कि इस मांग के बाद टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर लक्ष्मण सिवारामाकृष्णन स्पिन गेंदबाज़ी के कोच बनने की इच्छा ज़ाहिर कर दी है.


टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा, 'अगर बीसीसीआई मेरे सामने ये प्रस्ताव रखता है तो मैं अगले साल विश्वकप तक भारतीय टीम के स्पिनर्स की बतौर स्पिन कंसलटेंट या कोच मदद करने के लिए तैयार हूं.


इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किस दिशा में टीम इंडिया को सुधार की ज़रूरत है. उन्होंने कहा, 'मध्य के 11 से 40 ओवरों में हमें विकेटों की तलाश होती है. अगर हमारे स्पिनर्स इस दौरान 150 रनों तक पांच विकेट चटका लेते हैं तो उनका काम पूरा माना जा सकता है. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो फिर आखिरी के 10 ओवरों में विरोधी टीम खतरनाक साबित हो सकती है.'


17 साल की उम्र में देश के लिए अपना डेब्यू करने वाले इस स्टार ने पहले नौ टेस्ट मैचों में ही 26 विकेट चटकाकर कमाल कर दिया था.


उन्होंने कहा कि 'हमारे सभी स्पिनर अच्छे हैं. उन्हें लेकिन उन्हें थोड़ा और मांझने की जरूरत है. कुलदीप और युजवेंद्र अच्छा कर रहे हैं. कुलदीप की गेंदबाजी के दौरान उनके शरीर का बैलेंस ठीक नहीं होता है. उसमें और सुधार की जरूरत है. उनका शरीर सही जगह मूव नहीं करता है और न ही हाथ. लेकिन अगर वो ये परेशानी दूर कर लें तो फिर बल्लेबाज़ और भी ज्यादा मुश्किल में फंसेगा.'


वहीं चहल के बारे में उन्होंने कहा कि 'कुछ ऐसा ही चहल के साथ है. वह गेंद को ऑफ स्टम्प पर नहीं बल्कि लेग और मिडिल स्टम्प पर ज्यादा गेंदबाज़ी करते हैं. जिसकी वजह से बल्लेबाज उन्हें आसानी से मिडविकेट पर शॉट खेल सकता है. इसमें सुधार चाहिए.' ॉ


आपको बता दें कि वेसइंडीज़ के खिलाफ मौजूदा सीरीज़ का आखिरी मुकाबला खेलने के बाद टीम इंडिया अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाने वाली है. जहां पर एक बार फिर से स्पिन गेंदबाज़ों की परीक्षा होनी है.