कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में क्रिकेट बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. हालांकि कोरोना के कहर के बीच ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए हाल में अच्छी खबर सामने आई. ऑस्ट्रेलियाई टीम टेस्ट और ट्वेंटी-ट्वेंटी में फिर से नंबर वन बन गई है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच लैंगर मानते हैं कि ब्रेक का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में और अच्छा बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है.


महामारी की वजह से इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. लैंगर ने कहा कि एक समय हुआ करता था जब आस्ट्रेलिया की क्लब क्रिकेट काफी मजबूत हुआ करता था और इसे भविष्य के सितारों का मंच कहा जाता था. लैंगर ने कहा कि यह समय है जब वापस वहां जाना चाहिए और जरूरी सुधार करने चाहिए.


लैंगर ने कहा, "यह ज्यादा पुरानी बात नहीं है कि जब हमें अपने क्लब क्रिकेट पर गर्व हुआ करता था जो हमारे राज्य घरेलू क्रिकेट को खिलाड़ी देता था और वह आस्ट्रेलिया के लिए बेहतरीन खिलाड़ी निकालते थे."


उन्होंने कहा, "मैं इसे एक बेहतरीन मौके के तौर पर देखता हूं. मैं इसे पुराने ढर्रे पर पहुंचते हुए देखता हूं. ज्यादा से ज्यादा जोर क्लब क्रिकेट पर, राज्य क्रिकेट पर देना चाहिए, ताकि आस्ट्रेलिया में बेहतरीन से बेहतरीन खिलाड़ी निकलें. अगले पांच साल के लिए यह मेरा विजन है."


लैंगर की अगुवाई में मजबूत हुई ऑस्ट्रेलियाई टीम


लैंगर ने ऑस्ट्रेलिया के कोच का पद 2018 में बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद संभाला था. स्टार खिलाड़ियों पर बैन लगने की वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम की हालात काफी खराब हो गई थी. हालांकि लैंगर की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल का सफर तय किया. इतना ही नहीं एशेज सीरीज बचाने के बाद ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को मात देकर टेस्ट चैंपियनशिप में दूसरे नंबर पर भी बनी हुई है.


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