कोरोना वायरस की वजह से इस वक्त क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है. हालांकि टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. वीवीएस लक्ष्मण हर दिन सोशल मीडिया के जरिए उन खिलाड़ियों के बारे में बता रहे जिनके साथ वो क्रिकेट खेले हैं. इसी कड़ी में लक्ष्मण ने बताया है कि किस तरह से आशीष नेहरा लिमिटिड ओवर्स के मास्टर बने थे.


लक्ष्मण ने पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्होंने चोटों से जूझते हुए वापसी की और सीमित ओवरों में टीम का अहम हिस्सा बने. लक्ष्मण ने ट्वीट में लिखा, "नाजुक शरीर के कारण गेंदबाजी करियर कम रहा लेकिन आशीष नेहरा ने दर्द से लड़ते हुए लगातार वापसी की और सीमित ओवरों में मास्टर बने."



लक्ष्मण ने लिखा, "चोटों से लगातार वापसी का ईनाम 2011 विश्व कप का मेडल और 38 साल में शानदार फेयरवेल के रूप में मिला." इससे पहले लक्ष्मण ने इंडिया के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे अनिल कुंबले की भी तारीफ की थी. लक्ष्मण ने कहा था कि कुंबले में खेलने को लेकर कमाल का जज्बा था. लक्ष्मण अपने बाकी साथी खिलाड़ियों सहवाग, हरभजन, श्रीनाथ के बारे में भी ट्वीटर पर लिख चुके हैं.


नेहरा ने फरवरी 1999 में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया था. उन्होंने भारत के लिए 17 टेस्ट, 120 वनडे और 27 टी-20 मैच खेले हैं. नेहरा के नाम विश्व कप में अभी भी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन का रिकार्ड है. उन्होंने 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन देकर छह विकेट लिए थे. नेहरा ने नवंबर-2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.


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