Exclusive: लीजेंड्स लीग में क्यों नहीं खेले सचिन-धोनी, फाउंडर रमन रहेजा ने बताया टूर्नामेंट का दिलचस्प किस्सा
Raman Raheja LLC: ग्लोबल मॉडल में भारत, एशिया और वर्ल्ड की टीमें खेली थीं तो वहीं फ्रेंचाइजी मॉडल में चार टीमों को उतारा गया जिसमें सभी देशों के खिलाड़ी खेल रहे थे.
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Raman Raheja LLC: लीजेंड्स लीग क्रिकेट (LLC) के अभी केवल दो ही सीजन हुए हैं, लेकिन इस लीग ने काफी ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर ली है. लीग का पहला सीजन ओमान में खेला गया था जो ग्लोबल मॉडल पर था. इसका दूसरा सीजन फ्रेंचाइजी मॉडल पर भारत में खेला गया. ग्लोबल मॉडल में भारत, एशिया और वर्ल्ड की टीमें खेली थीं तो वहीं फ्रेंचाइजी मॉडल में चार टीमों को उतारा गया जिसमें सभी देशों के खिलाड़ी खेल रहे थे. लीग के सह संस्थापक रमन रहेजा ने एबीपी न्यूज के साथ खास बातचीत की जिसमें उन्होंने इससे जुड़ी कई अहम चीजों पर प्रकाश डाला है.
लीग को शुरू करने का ख्याल कैसे आया?
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "कई खिलाड़ियों को दबाव में आकर संन्यास लेना पड़ता है जबकि उनके अंदर काफी क्रिकेट बची रहती है. हमारी सोच थी कि हम कुछ ऐसा करें जिससे ऐसे खिलाड़ियों के करियर को कुछ साल के लिए आगे बढ़ाया जाए. इसके साथ ही LLC का ख्याल मन में आया. हमने दिग्गजों को एक साथ लाने का प्रयास किया और पहले ही सीजन में इसकी सफलता ने हमें काफी खुशी दी."
लीग को धरालत पर लाने में क्या चैलेंज फेस किए?
रहेजा ने बताया, "सबसे बड़ा चैलेंज था खिलाड़ियों को दोबारा मैदान पर लाने के लिए राजी करना. खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस की चिंता थी और वे पूरी तरह फिट रहे बिना मैदान पर नहीं उतर सकते. सबसे पहले एंड्रयू लेपस को अपने साथ जोड़ा गया क्योंकि उनके पास इन दिग्गजों के साथ काम करने का अनुभव था. उन्होंने तय किया कि खिलाड़ियों की फिटनेस सही रहे और इसके बाद बाकी चीजें आसान होती चली गई."
भारत में लीग को लाना कितना बड़ा चैलेंज था?
लीग को भारत में लाने पर रहेजा ने कहा, "ओमान में ग्लोबल फॉर्मेट था तो चीजें आसान थीं और मैच भी एक ही मैदान में खेले जाने थे. भारत में फ्रेंचाइजी मॉडल लाना था तो प्लानिंग थोड़ी मुश्किल थी. तीन महीने में ही हमें सबकुछ करना था. बीसीसीआई और स्टेट एसोसिएशन से काफी मदद मिली और हमें अलग-अलग शहरों में स्टेडियम मिल गए. फैंस चाहते थे कि लीग भारत में आए और हम इसे यहां लाकर काफी खुश हुए."
क्राउड का सपोर्ट कैसा लगा?
सपोर्ट पर रहेजा ने बताया, "भारत में क्राउड ने हमें काफी सपोर्ट किया. जोधपुर और जयपुर में स्टेडियम फुल थे. जोधपुर जैसी जगह पर 20 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला गया और इसका असर मैचों के दौरान फुल स्टेडियम में देखने को मिला. अगले सीजनों में हम इस चीज को ध्यान में रखेंगे और जहां इंटरनेशनल मैच कम होते हैं वहां अपने मैच कराने की कोशिश करेंगे."
अगले सीजनों के लिए क्या तैयारियां रहेंगीं?
अगले सीजन की तैयारियों को लेकर रहेजा ने कहा, "हम ग्लोबल और फ्रेंचाइजी मॉडल को साथ में चलाते रहेंगे. ग्लोबल मॉडल को फिर से ओमान में आयोजित किया जाएगा. फ्रेंचाइजी मॉडल को अगले साल सितंबर में फिर भारत में आयोजित किया जाएगा. हम चाहते हैं कि खिलाड़ी एक बार अपने देश के लिए खेलने उतरें और एक बार उन्हें आईपीएल की तरह किसी फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनने का मौका मिले."
सचिन और धोनी जैसे दिग्गजों लाने की है कोशिश?
रहेजा ने बताया, "हमने लगातार सचिन से बातचीत की थी और उन्हें लाने की कोशिश की थी, लेकिन वो खाली नहीं थे. कौन नहीं चाहेगा कि सचिन जैसा सुपरस्टार उसके लीग का हिस्सा बने, लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो सका. भविष्य में भी हम सचिन या फिर एमएमस धोनी जैसे दिग्गजों को लाने की कोशिश करते रहेंगे."
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