लेकिन अब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने मिस्बाह के सामने एक बड़ा सवाल रख दिया जहां उनसे कश्मीर मुद्दे पर पूछ दिया गया. इसपर मिस्बाह ने बड़े ही चतुर तरीके से कहा कि अगर हम क्रिकेट से जुड़े रहें और उसी पर बात करें तो ये हमारे लिए ज्यादा बेहतर होगा.
मिस्बाह ने इससे पहले रिपोर्टर्स को जानकारी दी थी कि उन्होंने बोर्ड के सामने कोई ऐसी डिमांड नहीं रखी है उन्होंने बस ये कहा है कि जो सैलरी पिछले कोच को दिया जाता था वही मुझे भी दी जाए.
हालांकि इसके बाद न तो पीसीबी और न तो मिस्बाह ने अपनी सैलरी को लेकर कोई खुलासा किया बल्कि मिस्बाह के साथ हर महीने 2.8 मिलियन के साथ डील फाइनल हुई.