IND vs AUS in Chepauk Stadium: चेन्नई के चेपॉक स्थित एमए चिदंबरम स्टेडियम भारत के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक है. यहां 1934 में पहली बार टेस्ट मैच खेला गया था. अब यहीं पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला खेला जाना है. इस मैदान पर वनडे क्रिकेट के इतिहास की शुरुआत भी भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच से ही हुई थी. अक्टूबर 1987 में यहां पहला वनडे मुकाबला खेला गया था. इस मुकाबले में भारतीय टीम को रोमांचक हार का सामना करना पड़ा था.
यह मुकाबला वर्ल्ड कप 1987 का हिस्सा था. यह वर्ल्ड कप भारत और पाकिस्तान ने मिलकर होस्ट किया था. इस वर्ल्ड कप के तीसरे मैच में डिफेंडिंग चैंपियन भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती थी. यहां भारतीय कप्तान कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी. ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में दमदार शुरुआत की थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने इस टीम को आखिरी में 270 पर रोक दिया था.
मिचेल मार्श के पिता ने जड़ा था शतक
ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मुकाबले में मिचेल मार्श के पिता ज्यॉफ मार्श ने 110 रन जड़े थे. उन्होंने डेविड बून (49) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की थी. इसके बाद डीन जोन्स ने भी 39 रन बनाए थे. टॉप ऑर्डर के इस दमदार प्रदर्शन के आधार पर कंगारू टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 270 रन का स्कोर खड़ा किया था.
आसान जीत की ओर बढ़ रही थी भारतीय टीम
271 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने भी शानदार शुरुआत की. पहले विकेट के लिए सुनील गावस्कर और श्रीकांत ने 69 रन की तेज-तर्रार साझेदारी की. गावस्कर 32 गेंद पर 37 रन जड़कर आउट हुए. इसके बाद आए नवजोत सिद्धू ने भी विस्फोटक अंदाज में रन बनाना जारी रखा. श्रीकांत 83 गेंद पर 70 रन बनाकर आउट हुए और सिद्धू 79 गेंद पर 73 रन बनाकर पवेलियन लौटे.
दो गेंद पर दो रन की जरूरत और फिर..
भारतीय टीम को अब जीत के लिए 64 रन की दरकार थी और उसके पास 7 विकेट और पर्याप्त गेंदें बाकी थीं. लेकिन यहां बैक टू बैक विकेट गिरने लगे और जब भारतीय टीम को दो गेंद पर दो रन की जरूरत थी तो यहां मनिंदर सिंह के रूप में भारत का दसवां विकेट गिर गया. इस तरह एक गेंद बाकी रहते भारतीय टीम ने यह मुकाबला एक रन से गंवा दिया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए क्रेग मैक्डरमॉट ने 4 विकेट झटके थे.
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