नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और दिल्ली के दिग्गज ऑलराउंडर मदनलाल को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने तीन सदस्यीय जांच समिति का प्रमुख नियुक्त किया है जो भुवनेश्वर में विजय हजारे ट्रॉफी अभियान के दौरान कप्तान गौतम गंभीर और कोच केपी भास्कर के बीच बहस के मामले की जांच करेगी.
मदनलाल के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य राजेंद्र एस राठौड़ और वकील सोनी सिंह होंगे. डीडीसीए के प्रशासक न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन द्वारा जारी सरकुलर के अनुसार समिति को निर्देश जारी होने के दो हफ्ते के भीतर जांच पूरी करने और अपने निष्कर्ष और सिफारिशों के साथ रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.
कोच भास्कर के नेतृत्व में दिल्ली की टीम ने हाल के समय में घरेलू क्रिकेट में अपना सबसे बदतर प्रदर्शन किया जहां वे किसी भी प्रतियोगिता में पहले दौर से भी आगे नहीं बढ़ पाए. विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली का अभियान खत्म होने के बाद गंभीर और कोच भास्कर के बीच टकराव हुआ था और दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया था.
भास्कर ने मीडिया के कुछ वर्ग में आरोप लगा था कि गंभीर ने उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया तो दिल्ली के कप्तान ने कहा कि कोच उन्मुक्त चंद, नितीश राणा और पवन नेगी जैसे युवा खिलाड़ियों के करियर के साथ खेल रहे हैं.