मध्य प्रदेश के कोच ने सचिन और कोहली से की Rajat Patidar की तुलना, जानिए क्या कुछ कहा
Chandrakant Pandit On Rajat Patidar: 2022 रणजी ट्रॉफी में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रजत पाटीदार ने धमाकेदार प्रदर्शन किया था. इससे पहले IPL 2022 में भी उन्होंने शतक लगाकर दिग्गजों को ध्यान खींचा था.
Madhya Pradesh Coach Chandrakant Pandit On Rajat Patidar: मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के कोच चंद्रकांत पंडित ने मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रजत पाटीदार को इस खेल का बेहतरीन और महान स्टूडेंट करार दिया. इसके अलावा उन्होंने रजत की तुलना पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली से भी की.
चंद्रकांत पंडित ने कहा कि रजत पाटीदार बहुत जल्दी गेंद की लाइन और लेंथ को पकड़ लेते हैं, जैसे कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली पकड़ लेते हैं. मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में एमपी का प्रतिनिधित्व करने वाले 28 साल के पाटीदार ने पहली बार घरेलू ट्रॉफी जीतने में अपनी टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, फाइनल मुकाबे की दो पारियों में उन्होंने 122 रन और नाबाद 30 रन बनाए, जिससे टीम ने इतिहास रचने के लिए बेंगलुरु में छह विकेट जीत हासिल की.
इस सीजन में 20 लाख रुपये में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में शामिल होने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज ने आठ मैचों में 333 रन बनाए, जिसमें एक नाबाद शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. परिस्थितियों को पढ़ने और शांति से अपने स्ट्रोक खेलने की उनकी क्षमता की आरसीबी में हर कोई सराहना करता है.
पंडित ने कहा कि पाटीदार इस सीजन में एमपी के लिए खेले गए मैचों में लाइन और लेंथ को तेजी से पकड़ने में शानदार थे. पंडित ने कहा, "गुणवत्ता वाला खिलाड़ी बहुत जल्दी लाइन और लेंथ को पकड़ लेते हैं. यह ऐसा है जैसे आप जानते हैं कि उनके पास अन्य खिलाड़ियों की तुलना में अतिरिक्त समय है. मैं किसी के साथ तुलना नहीं करना चाहता, लेकिन अगर मुझे नाम लेना ही तो रोहित शर्मा, विराट और तेंदुलकर के बारे में बात कर सकते हैं, उनके पास लाइन और लेंथ चुनने के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय था. रजत भी ऐसा करते हैं."
पंडित ने यह भी बताया कि पाटीदार को खेल का एक महान छात्र क्यों बनाता है. बुधवार को रोयल चैलेंजर डॉट कॉम पर एक घटना को याद करते हुए कोच ने कहा, "जलज सक्सेना ऑफ स्पिन गेंदबाजी कर रहे थे, ऑफ स्टंप के बाहर से गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहे थे, जिस तरह से रजत उन्हें खेल कर रहे थे, मैंने पाया यह थोड़ा गलत था, लगा कि वह मुसीबत में पड़ सकते हैं. इसलिए, मैं ड्रेसिंग रूम में ऐसी गेंद को कैसे खेलना चाहिए."
उन्होंने कहा, उन्होंने (पाटीदार) मुझे ड्रेसिंग रूम में दूसरे लड़कों को नॉन-स्ट्राइकर की ओर से दिखाते हुए देखा. उन्होंने उसी तरह खेलना करना शुरू किया. मैं हैरान था. जब वह चाय के समय आए, तो मैंने उनसे पूछा, 'कैसे तुम इस तरह से तुम खेलने लगे?' उन्होंने कहा, 'आप ड्रेसिंग रूम में दूसरे लड़कों को बता रहे थे और मैंने देखा कि आप उन्हें पैडिंग तकनीक दिखा रहे हैं, तो मैंन सीख लिया." पंडित ने यह भी बताया कि पाटीदार ने अपनी मानसिकता को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की है.
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