Umesh Yadav Cheated: भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव के साथ बड़ा फ्रॉड हुआ है. दरअसल, उमेश यादव के मैनेजर ने नागपुर में जमीन दिलाने के नाम पर 44 लाख रुपए ठग लिए. बहरहाल, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज ने शैलेश ठाकरे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है. शैलेश ठाकरे नागपुर के रहने वाले हैं. इसके अलावा शैलेश ठाकरे क्रिकेटर उमेश यादव के दोस्त हैं. उमेश यादव ने आरोपी शैलेश ठाकरे को साल 2015 में अपना मैनेजर बनाया था.


कैसे ठगी का शिकार बने उमेश यादव?


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उमेश यादव के दोस्त शैलेश ठाकरे बेरोजगार था, जिसके बाद उमेश यादव ने साल 2015 में टीम इंडिया के लिए चुने जाने के बाद अपने बेरोजगार दोस्त को मैनेजर बनाया. इसके बाद उसने उमेश यादव के बैंक खाते और आयकर समेत पैसों से जुड़ा काम देखना शुरू किया. पुलिस के मुताबिक, उमेश यादव नागपुर में जमीन खरीदना चाहते थे, इस बारे में उन्होंने शैलेश ठाकरे को बताया, जिसके बाद शैलेश ठाकरे ने एक बंजर इलाके में एक प्लॉट देखा और उमेश यादव को बताया कि वह उन्हें 44 लाख रुपये में यह दिला देगा.


पुलिस की गिरफ्त से बाहर है आरोपी शैलेश ठाकरे


हालांकि, जब भारतीय क्रिकेटर को धोखाधड़ी की भनक लगी तो उन्होंने शैलेश ठाकरे से प्लॉट उनके नाम पर ट्रांसफर करने को कहा, लेकिन उसने ऐसा करने से साफ तौर पर मना कर दिया. पुलिस अधिकारी के मुताबिक,  शैलेश ठाकरे ने यह राशि भी उमेश यादव (Umesh Yadav) को लौटाने से मना कर दिया. जिसके बाद भारतीय तेज गेंदबाज ने कोराडी में प्राथमिकी दर्ज करायी है जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 406 और 420 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है. बहरहाल, खबर लिखे जाने तक आरोपी शैलेश ठाकरे की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.


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