इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के तुरंत बाद भारतीय टीम बदले हुए फॉर्मेट में एशिया कप खेलने उतरेगी. इंग्लैंड के सर्द मौसम के बाद भारतीय टीम का सामना यूएई की गर्मी से होगी. मौसम भले ही टीम के लिए कोई चुनौती न हो लेकिन मिडिल ऑर्डर की समस्या तो बनी हुई है. लंबे समय से भारतीय टीम एक खिलाड़ी को नहीं ढूंढ पाई है जो चौथे नंबर के विकल्प को खत्म कर सके. चैंपियंस ट्रॉफी से लेकर अब तक कई खिलाड़ी इस स्थान के लिए आए और बाहर चले गए. टीम ने युवराज सिंह से लेकर सुरेश रैना तक को आजमाया लेकिन कोई भी खिलाड़ी जगह पक्की नहीं कर पाया.
विश्व कप से पहले भारतीय टीम के पास काफी कम मुकाबले बचे हैं जिसमें वो किसी नए खिलाड़ी को आजमा सके. ऐसे में एक नाम फिर काफी मजबूती के साथ सामने आ रहा है और उनका नाम है मनीष पांडे. दिसंबर 2017 के बाद टीम में जगह गंवाने वाले मनीष पांडे एक बार फिर वनडे टीम में वापसी के लिए तैयार हैं.
भारत में इस समय चार टीमों के बीच क्वाड्रैंगुलर सीरीज खेला जा रहा है जिसे विश्व कप से पहले बैंच स्ट्रेंथ को आजमाने वाला टूर्नामेंट कह जा रहा है. भारत की दो टीम इसमें खेल रही है और उन दो टीमों में जो बल्लेबाज सबसे अधिक चर्चा में आया है वो हैं मनीष पांडे.
इस टूर्नामेंट के साथ केदार जाधव और अंबाटी रायुडू भी अपनी योग्यता दिखा रहे हैं लेकिन दोनों छाप छोड़नें में नाकाम रहे हैं. केदार जाधव आईपीएल के पहले मुकाबले के बाद ही चोटिल हो गए थे और अब वापसी की राह देख रहे हैं. लेकिन अब तक खेले गए मैच में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए. केदार का ऑफ स्पिन टीम के लिए उपयोगी रहा है लेकिन इन मुकाबलों में उन्हें गेंदबाजी करते हुए नहीं देखा गया है जो ये संकेत देते हैं कि वो अभी तक मैच फिट नहीं हैं.
इंग्लैंड दौरे पर खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारत ने अंबाटी रायुडू का चयन किया था लेकिन यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा. उनकी जगह सुरेश रैना की टीम में वापसी हुई थी लेकिन रैना प्रभावहिन रहे. इस हिसाब से देखा जाए तो रायुडू को मौका मिलना चाहिए लेकिन उनका प्रदर्शन फिलहाल अच्छा नहीं रहा है.
दूसरी तरफ मनीष पांडे ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ नाबाद शतकीय पारी(117) खेल अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है. पिछले पांच मुकाबलों को देखें तो उन्हें अभी तक कोई गेंदबाज आउट नहीं कर पाया है जबकि उनके बल्ले से 250 से ज्यादा रन आए हैं
अपनी वापसी की बात करते हुए मनीष ने कहा कि वो अभी बल्लेबाजी के बारे में ही सोच रहे हैं लेकिन उनकी नजर सीनियर टीम के मिडिल ऑर्डर पर टिकी है. उन्होंने कहा, क्वाड्रैंगुलर सीरीज के दौरान मैं रन बनाना चाहता हूं ताकि एशिया कप टीम में शामिल हो सकूं. उन्होंने कहा कि पहले कि तुलना में मैं अधिक परिपक्व हो गया हूं और परिस्थ्ति के मुताबकि टीम में किसी भी नंबर पर खेल सकता हूं.